मुंबई। मुंबई महानगर पालिका सहित अन्य मनपा व जिला परिषद चुनाव में भाजपा व शिवसेना के बीच चुनावी गठबंधन की संभावना क्षीण होती नजर आ रही है।
दोनों दलों ने अपने-अपने बल पर चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है, हालांकि दोनों दलों की ओर से महज औपचारिकता के तहत अभी तक अंतिम निर्णय नहीं जैसी बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को शिवसेना की ओर से पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई थी। अंदरुनी जानकारी के अनुसार इस बैठक में शिवसेना की ओर से मुंबई की 227 सीटों के नाम को अंतिम रुप दे दिया गया है।
हालांकि बैठक के बाद सांसद गजानन कीर्तिकर ने बताया कि इस बैठक में चुनाव प्रचार की रणनीति बनाए जाने व सभी पदाधिकारियों व मंत्रियों को चुनाव प्रचार में लग जाने संबंंधी चर्चा की गई थी।
राज्य सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना का प्रयास भाजपा के साथ चुनावी गठबंधन का है, लेकिन अगर गठबंधन नहीं होता है तो शिवसेना स्वबल पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
इसी प्रकार शिवसेना की ओर से अनिल परब ने कहा कि कांच के घर में रहने वाले भाजपा नेताओं को अनायास पत्थर फेंकने से बाज आना चाहिए। उधर शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह इस विषय पर गुरुवार को ही बोलने वाले हैँ।
इसी प्रकार भाजपा में भी प्रदेश अध्यक्ष रावसाहेब दानवे ने कहा है कि अगर शिवसेना के साथ चुनावी गठबंधन नहीं होता है तो भाजपा अपने बल पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।
हालांकि मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि दोनों दलों में चुनावी गठबंधन को लेकर मुख्यमंत्री व शिवसेना अध्यक्ष निर्णय लेने वाले हैं।
सोमवार को मुख्यमंत्री के समक्ष भाजपा नेताओं की बैठक में शिवसेना के सात चुनावी गठबंधन न किए जाने की आवाज सभी ने बुलंद किया था। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों दल अलग-अलग चुनाव लडऩा चाहते हैं, लेकिन इस तरह का बयान देने की पहल कौन पहले करें, इसपर मामला अड़ा हुआ है।
हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस व शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बीच बैठक का समय अभी तक तय नहीं हो सका है। इस बैठक के बाद ही दोनों दलों के वुनावी गठबंधन के बारे में निर्णय होने की संभावना है।