श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में शनिवार को एक डिग्री कॉलेज में सुरक्षा बलों के दाखिल होने के बाद विद्यार्थियों की ओर से उन पर किए गए पथराव और फिर सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 50 से अधिक विद्यार्थी घायल हो गए।
इस घटना को लेकर सोमवार को पूरी घाटी में विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया। वे सड़कों पर उतर आए, जिसके बाद कई स्थानों पर उनकी सुरक्षा बलों से झड़प हुई।
इस दौरान श्रीनगर, बांदीपोरा, बारामूला, अनंतनाग, पुलवामा, कुपवाड़ा, कुलगाम और शोपियां जिलों में छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प की जानकारी मिली। छात्रों ने कॉलेज के बाहर सुरक्षा चौकी लगाने पर भी आपत्ति जताई।
डिग्री कॉलेज पुलवामा में शनिवार को सेना दाखिल हुई थी, जिसका विद्यार्थियों ने विरोध किया था और उन पर तथा उनके वाहनों पर पथराव किया था। इसके बाद सुरक्षा बलों की ओर से की गई कार्रवाई में 20 से अधिक विद्यार्थी घायल हो गए थे।
घटना के विरोध में सोमवार को एस.पी. कॉलेज के विद्यार्थियों ने श्रीनगर में मौलाना आजाद रोड बंद कर दिया। विद्यार्थियों ने सुरक्षा बलों तथा पुलिस पर पथराव किया, जिसमें कोठीबाग पुलिस थाने के प्रभारी (एसएचओ) घायल हो गए।
इसके बाद सुरक्षा बलों ने उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठी चार्ज किया। दक्षिण कश्मीर में पुलवामा तथा शोपियां के कॉलेजों, श्रीनगर के अमर सिंह कॉलेज तथा वीमेंस कॉलेज एम.ए. रोड के छात्र-छात्राओं ने पुलवामा के छात्रों के साथ एकजुटता दिखाई।
बारामूला, शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग, डोरू, कुपवाड़ा, गांदरबल, त्राल और बंदीपोरा कस्बों में भी विद्यार्थियों ने झड़प के दौरान सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी की। कश्मीर विश्वविद्यालय और केंद्रीय श्रीनगर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जताया।
संवाददाताओं का कहना है कि करीब तीन दर्जन विद्यार्थियों और दो दर्जन सुरक्षा बलों के बीच सोमवार को घाटी में झड़प हुई। पुलिस ने कहा कि वे अत्यधिक संयम के साथ विद्यार्थियों के विरोध प्रदर्शन से निपटने की कोशिश कर रहे हैं।