मुंबई। मंत्रालय में कथित पीए रिश्वतकांड की जांच में भ्रष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो ने पूर्व राजस्वमंत्री एकनाथ खडसे को क्लीनचिट दिया है।
एसीबी ने इस जांच में पूर्व मंत्री के पीए गजानन पाटील को दोषी बताया है और इनके विरुद्ध आरोपपत्र पेश करने की तैयारी कर रही है।
एसीबी की इस रिपोर्ट से पूर्व मंत्री को राहत मिली है,इतना ही नहीं सोमवार से शुरु होने वाले वर्षाकालीन सत्र में भी विपक्ष की आवाज कमजोर होने के आसार बन गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे के पीए पर जमीन के हस्तांतरण के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। इस मामले में आरोप लगाने वाले ने कहा था कि यह रिश्वत की रकम खडसे के कहने पर ही उनके पीए गजानन पाटील ने मांगी थी।
इस तरह के आरोप लगने के बाद खडसे को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पडा था। उधर मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इस मामले की जांच करने का आदेश एसीबी को दिया था। एसीबी ने इस मामले की जांच के बाद हजार पन्नों की चार्जशीट तैयार किया है।
बताया जा रहा है कि एक संस्था के पदाधिकारी रमेश जाधव की शिकायत पर 14 मई को एसीबी ने गिरफ्तार किया था। लेकिन इस मामले की सही तरीके से जांच किए जाने को लेकर शिकायतकर्ता रमेश जाधव ने लोकायुक्त के पास भी इस मामले की शिकायत की थी, लेकिन लोकायुक्त ने इस मामले में खडसे को क्लीनचिट पहले ही दे दी थी।
मिली जानकारी के अनुसार एसीबी ने इस मामले में 12 आवाज की रिकार्डिंग के नमूनों की जांच किया है, जिसमें कहीं भी खडसे दोषी नहीं पाए गए हैं।