शिमला। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को कश्मीरी अलगाववादियों और रोहिंग्या के अवैध प्रवेश पर पार्टी का रुख स्पष्ट करना चाहिए।
शाह ने हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में बानीखेत में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता उन लोगों का समर्थन कर रहे हैं, जो कश्मीर की आजादी के समर्थन में नारे लगाते हैं।
शाह ने मतदाताओं से पूछा कि क्या वे उन लोगों के साथ हैं जो आजादी का नारा बुलंद कर रहे हैं। शाह ने इसके साथ ही सोमवार से राज्य का अपना पांच दिवसीय दौरा शुरू किया। उन्होंने कहा कि इस पहाड़ी राज्य के हजारों सैनिकों ने कश्मीर के लिए अपनी कुर्बानी दी है।
उन्होंने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि चिदंबरम ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखकर रोहिंग्या घुसपैठियों को अनुमति देने का आग्रह किया था।
शाह ने सवाल किया कि उन्हें आखिर क्यों यहां आने की अनुमति दी जानी चाहिए, जब भारत सरकार कह रही है कि वे सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राहुलजी और सोनियाजी यहां आकर जवाब दें इस मुद्दे पर। हिमाचल और गुजरात की जनता को उनसे पूछना चाहिए कि रोहिंग्या के मुद्दे पर कांग्रेस का क्या रुख है। और आजादी के नारे लगाने वालों के पक्ष में कांग्रेस का क्या रुख है।
शाह ने कहा कि जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में भारत तेरे टुकड़े हजार होंगे जैसे नारे लगाए गए, तब राहुल बाबा ने वहां जाकर उन लोगों के साथ एकजुटता प्रदर्शित की।
शाह ने बाद में कांगड़ा जिले के जवाली में भी एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिर्फ भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया, और पूर्व की संप्रग सरकार के दौरान 12 लाख हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षो में एक भी घोटाला सामने नहीं आया। शाह ने राज्य के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और राज्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया।
उल्लेखनीय है कि 68 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव के लिए नौ नवंबर को वोट डाले जाएंगे और मतगणना गुजरात विधानसभा चुनाव की मतगणना के साथ 18 दिसंबर को होगी।