सिरोही। शिवगंज नगर पालिका में गत पखवाडे नेता प्रतिपक्ष से मारपीट करने वाले कार्मिक को मंगलवार को अधिशासी अधिकारी ने निलंबित कर दिया है। इस मामले में कांग्रेस निरंतर विरोध कर रही थी।
शिवगंज नगर पालिका में जनसमस्या को लेकर गए नेता प्रतिपक्ष अब्बास अली के साथ वहां के कनिष्ट लिपिक नरेत्तम घांची ने मारपीट की थी। कार्यालय में अपनी कुर्सी पर बैठे नरोत्तम घांची के पास नेता प्रतिपक्ष कुछ कार्य लेकर गए थे। इस दौरान गर्मागर्म बहस हुई। नरोत्तम घांची ने अपनी कुर्सी से उठकर अब्बास अली के साथ मारपीट की।
अधिशासी अधिकारी ने मंगलवार को राजस्थान सिविल सेवाएं (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपली) नियम 1958(13) के तहत पार्षद से हाथापाई व वाद विवाद के ममलें में जांच प्रस्तावित होने के कारण तुरंत प्रभाव से निलंबित करके अपना चार्ज कनिष्ठ लिपिक भंवरलाल के सुपुर्द करने के आदेश दिए गए हैं।
वायरल हुआ था वीडियो
नेता प्रतिपक्ष ने कर्मचारी से बात करते हुए इसके अपनी बातचीत का वीडियो बनाया था। इस वीडियो में नरोत्तम घांची अपनी सीट पर बीड़ी पीता हुआ नजर आया। बहस बढऩे पर वह अपनी कुर्सी से उठकर नेता प्रतिपक्ष की ओर बढ़ता हुआ भी दिखा। इस तरह का वीडियो वाट्स एप पर वायरल भी हुआ। इसके बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया।
आज था कांग्रेस का प्रदर्शन
इस घटना को लेकर नगर पालिका और प्रशासन की भूमिका बड़ी शर्मनाक रही। वीडियो सामने आने के बाद भी कर्मचारी को 12 दिन तक निलंबित नहीं किया गया। इस पर 18 जनवरी को पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने डाक बंगले में बैठक करके इस घटना के खिलाफ 21 जनवरी से पालिका कार्यालय के बाहर काली पट्टी बांधकर मौन धरना देने का निर्णय किया था।
इस पर पालिका प्रशासन ने 19 जनवरी को घांची को निलंबित कर दिया। इस तरह के ही एक प्रकरण में माउण्ट आबू के भाजपा के पालिकाध्यक्ष सुरेश थिंगर ने जनप्रतिनिधि से कथित दुव्र्यवहार के कारण पार्टी को नजरअंदाज करते हुए कर्मचारी को तुरंत प्रभाव से नगर पालिका से रिलीव कर दिया था। इसके विपरीत भाजपा बोर्ड वाली शिवगंज नगर पालिका इस तरह की दृढसंकल्प नहीं दिखा पाई। इस तरह की परंपरा भाजपा के लिए उस समय घातक हो सकती है जब भविष्य में वह कांग्रेस की वर्तमान स्थिति में पहुंच जाए।