लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए 500 नई एंबुलेंस की सेवा शुरू की है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को अपने आवास से इन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब प्रदेश में पुलिस भर्ती के लिए कोई परीक्षा नहीं होगी। केवल 10वीं और 12वीं के नम्बर और फिजिकल टेस्ट के आधार पर भर्ती हो जाएगी।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस बात के प्रयास किए जा रहे हैं कि जिस तरह एम्बुलेंस बुलाने पर 15 मिनट में पहुंच रही है, अब पुलिस भी 10 मिनट में पहुंच जाए।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कालीदास मार्ग स्थित सरकारी आवास से 108 समाजवादी एम्बुलेंस सेवा के तहत 500 एम्बुलेंस को झंडी दिखाने के मौके पर लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भी अब जेनरिक दवाएं उपलब्ध होंगी, ताकि गरीबों को सस्ता और बेहतर इलाज मिल सके। उनकी सरकार हर क्षेत्र में बिना भेदभाव के काम कर रही है। मेडिकल एम्बुलेंस के चलने से तमाम लोगों को रोजगार मिल रहा है।
अखिलेश ने कहा कि अन्य क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। एक तरफ जहां सरकार मेट्रो की सुविधा देने के लिए काम कर रही है तो दूसरी तरफ किसानों की पैदावार को बेचने के लिए नई मंडियां स्थापित की जा रही हैं। सरकार ने यह संतुलन बनाया है।
उन्होंने पीएम मोदी का नाम न लेते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया की बात तो अब शुरू हो रही है, हम तो पहले से ही छात्रों को लैपटॉप दे रहे हैं। इसी तरह साइकिल ट्रैक व 45 लाख लोगों को समाजवादी पेंशन ऐसे बहुत से काम हैं, जो बिना भेदभाव के सभी वर्गों उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के प्रगति को प्रख्यात उद्योगपति रतन टाटा ने भी महसूस किया है। आंकड़ों को देखें तो अन्य प्रदेशों की तुलना में यूपी काफी आगे जा रहा है।
अखिलेश ने कहा कि वह यह भी जानते हैं कि जो लोग एम्बुलेंस सेवा का लाभ उठा रहे हैं, यह जरूरी नहीं कि वह हमारा आगे समर्थन करें। लेकिन हम सभी के लिए काम कर रहे हैं। हमारी सरकार ने यह भरोसा बनाया है कि बुलाने पर 108 एम्बुलेंस सेवा समय पर मिल जाएगी।