वलसाड। मुख्यमंत्री आनंदी पटेल ने कहा कि तकनीक के विकास ने कन्या से जीने का अधिकार भी छीन लिया। पहले कन्या को जन्म के बाद मारते थे। बेटी जन्मती थी तो कई बार मोह में पड़कर किसी की जान बच भी जाती थी। अब तो गर्भ में ही उसकी हत्या कर दी जाती है। जरूरी है कि स्त्री को उसका हक मिले और इसके लिए महिला को ही आगे आना होगा। संस्कृति की रक्षा के लिए महिला को मान देना होगा।
मुख्यमंत्री शनिवार को शारदा मठ की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थीं। स्वामी विवेकानन्द की 150वीं जयंती के अवसर पर शारदा मठ ने कॉलेज कैम्पस में कार्यक्रम का आयोजन किया था। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विज्ञान ने गर्भ में ही लिंग परीक्षण से कन्या के जन्म लेने का अधिकार ही छीन लिया है। पहले कम से कम बेटी को जन्म लेने का अधिकार तो था, भले जन्म के बाद उसे मार दिया जाए। कई ऐसे उदाहरण भी हैं जब बेटी के जन्म लेने पर परिवारों ने मोह में पड़कर उन्हें जीने का अधिकार भी दिया। सती प्रथा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि समाज सुधारक राजा राममोहन राय ने स्त्री के अधिकार के लिए पहल की थी। ऐसी ही एक और पहल की जरूरत है, जिसमें स्त्री को जन्म का अधिकार मिले। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना समाज अधूरा है। महिला आज के दौर में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। स्त्रियों को उनका हक और सम्मान मिलना चाहिए।
घर-घर शौचालय योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को अब शौचालय जाने के लिए रात घिरने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पिछले आठ साल में राज्य में 34 लाख से अधिक शौचालय बनाए गए हैं। स्त्री को आर्थिक स्वतंत्रता का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि राज्य सरकार महिला के नाम जमीन-जायदाद की खरीद पर स्टैम्प ड्यूटी में भी छूट दे रही है। अपने संबोधन में उन्होंने बीपीएल परिवारों को सरकारी सुविधा, स्वास्थ्य बीमा समेत अन्य सरकारी योजनाओं की जानकारी दी।
छात्राओं ने लिया अमृत ज्ञान
स्वामी विवेवकान्नद की 150वीं जयंती के मौके पर वलसाड के मोगरावाडी स्थित मां शारदा मठ में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में करीब आठ सौ छात्राओं ने अमृत ज्ञान प्राप्त किया। मठ की प्रमुख पर्वती का निखिल पर्णा ने बताया कि शनिवार से शुरू हुए आयोजन के पहले दिन छात्राओं को 16 पुस्तकों का सेट दिया गया। कार्यक्रम में पहुंची मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वामी विवेकानंद के विचारों को लोगों तक पहुंचाने में मठ का सहयोग करेगी। इस मौके पर मठ की ओर से मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। संवाददाताओं से बातचीत में भी मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की योजनाओं और उनके क्रियान्वयन की जानाकारी दी। कार्यक्रम में पारडी विधायक, जिला पंचायत प्रमुख, कलक्टर, पुलिस अधीक्षक समेत अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
सफाई अभियान में सहयोग जरूरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी को केंद्र सरकार के स्वच्छता अभियान में सहयोग के लिए आगे आना होगा। महिलाओं की इसमें बड़ी भूमिका होगी। घर का कचरा बाहर फेंकने की आदत में सुधार से महिलाएं सफाई अभियान में सहयोग कर सकती हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री आनंदी पटेल ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने भाषण की शुरुआत गुजराती में की और फिर गुजराती मिश्रित हिंदी में अपनी बात लोगों के बीच रखी।