पटना। बिहार के सीएम जीतन राम मांझी ने केंद्र सरकार में शामिल बिहार के सभी सात मंत्रियों को बुधवार को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने राज्य के विकास में मदद नहीं की तो उन्हें राज्य में नहीं घुसने नहीं दिया जाएगा।
पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में “विश्व शौचालय दिवस” के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मांझी ने कहा कि बिहार के सात सांसद (सातभैया) केन्द्र में मंत्री बने हैं। इन सभी लोगों से उन्होंने बिहार के विकास में मदद करने का निवेदन किया है।
ठोकरें खाते सीएम बना, पीएम भी बन जाउंगा
उन्होंने कहा कि अगर ये सातभैया बिहार के विकास में मदद नहीं करते हैं तो उन्हें बिहार में घुसने नहीं देंगे। वे सभी दिल्ली में ही रहें। उन्होंने आगे कहा कि महादलित परिवार से होने के कारण बचपन से ही मैं ठोकर खाते रहा हूं। ठोकर खाते-खाते मुख्यमंत्री बन गया, कहीं यही ठोकर मुझे प्रधानमंत्री न बना दे। उन्होंने महादलित परिवारों की चर्चा करते हुए कहा कि महादलित होने के कारण जो भी चाहता है, वही ठोकर मार देता है।
कई विवादास्पद बयानों के लिए चर्चित
उल्लेखनीय है कि पिछले कई बयानों से चर्चा में रहे मांझी ने पिछले दिनों सवर्णो को विदेशी कहकर बिहार की राजनीति को गर्मा दिया था। इस बयान को जद (यू) के कई नेताओं ने भी समाज विरोधी बताया था। बिहार के रविशंकर प्रसाद, रामविलास पासवान, राजीव प्रताप रूड़ी, रामकृ पाल यादव, गिरिराज सिंह, राधामोहन सिंह और उपेन्द्र कुशवाहा केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हैं।