पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभिनेता सह सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के जीवनी पर भारती प्रधान द्वारा लिखित पुस्तक ‘एनीथिंग बट खामोश’ का बिहार में विमोचन किया। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा के जीवन पर लिखी पुस्तक का आज बिहार में विमोचन करते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है। शत्रुघ्न सिन्हा पूरे बिहार के लिए गौरव हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा ने पटना की गलियों से निकलकर फिल्म जगत में उच्च शिखर प्राप्त किया है, साथ ही सार्वजनिक जीवन में शत्रुघ्न सिन्हा ने अपना एक मुकाम बनाया है। वे सांसद एवं मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भी मुख्यमंत्री ने कहा कि खामोश शब्द शत्रुघ्न सिन्हा के साथ जुड़ा हुआ है।
शत्रुघ्न सिन्हा के साथ जब भी उनकी मुलाकात एवं बातें हुई हैं तो वे बिहार में कला एवं संस्कृति के विकास तथा बिहार एवं देश के विकास के संदर्भ में हुई है। उन्होंने कहा कि बिहार में बहुत क्षमता है। वे चाहते हैं कि शत्रुघ्न सिन्हा बिहार में फिल्म सिटी के निर्माण में अपना पूर्ण सहयोग दें तथा मार्गदर्शक की भूमिका निभाएं।
उन्होंने कहा कि फिल्म सिटी के निर्माण से बिहार में उभरती हुई प्रतिभाओं को मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा ने बिहार की छवि को बढ़ाया है। बिहार के गौरव हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का इतिहास न सिर्फ बिहार तथा भारत का इतिहास है बल्कि यह सम्पूर्ण मानव सभ्यता का इतिहास है। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि बिहार फिर से सर्वोच्च शिखर को प्राप्त करेगा।
बिहार में हर क्षेत्र में प्रगति हुई है साथ ही साहित्य एवं कला को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पटना में विश्वस्तरीय संग्रहालय का निर्माण हो रहा है। यह संग्रहालय देश का सबसे अच्छा एवं आधुनिक संग्रहालय होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कला के क्षेत्र में फिल्म का अहम स्थान है। वे बिहारी बाबू से अपेक्षा रखते हैं कि बिहार में इसके विकास में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि यहां के युवाओं को भी पूर्ण अवसर मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार का निवासी पूरे देश के बारे में सोचता है। यहां के लोगों का नजरिया व्यापक है। आज के समय में बिहारी होना गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा की जीवनी पर लिखी किताब को ज्यादा से ज्यादा लोग पढ़ें।
इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए पटना उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश इकबाल अहमद अंसारी ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा के बारे में पढ़ने पर हमें भारत और बिहार दोनों नजर आता है, जबकि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद एवं अन्य महापुरूषों के जीवनी पढ़ने पर भारत नजर आता है। इस अवसर पर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि पटना के मछुआ टोली, महबूब होटल, कदमकुआं से निकलकर फिल्म जगत एवं सार्वजनिक जीवन में अपने को स्थापित करना आसान नहीं हैं।
फिल्म अभिनेता सह सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने यह मुकाम हासिल कर एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनकी जीवनी पर आधारित किताब एनीथिंग बट खामोश है। शत्रुघ्न सिन्हा की किताब एनीथिंग बट खामोश में संशोधन होना चाहिए। खामोश तोड़कर उन्हें असली रूप में आना चाहिए और देश को नई दिशा में ले जाने में योगदान देना चाहिए।