जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने मंगलवार को जेके लोन अस्पताल जाकर वहां आईसीयू में भर्ती दुष्कर्म पीड़िता दो मासूम बच्चियों से मुलाकात की। राजे ने बच्चियों को दुलारा, उनकी हौसला अफजाई की और चिकित्सकों से उनके इलाज तथा स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
राजे ने कहा कि मासूम बच्चियों से दुष्कर्म के मामलों में त्वरित कार्रवाई हो। ऐसे अपराध करने वालों को ऐसी सजा मिले कि वो दूसरों के लिए नजीर बन जाए ताकि कोई और इस तरह की हरकत करने का दुस्साहस न करे।
उन्होंने कहा कि ऐसी विकृत मानसिकता वाले लोगों की पहचान की जाए। सरकार के साथ सामाजिक संस्थाओं, नशामुक्ति के लिए काम करने वाली संस्थाओं एवं गैर सरकारी संगठनों को मिलकर इस दिशा में कार्य योजना बनानी होगी ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। उन्होंने इस संबंध में जयपुर कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन एवं पुलिस कमिश्नर संजय अग्रवाल को निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने दोनों बच्चियों के माता-पिता को आश्वस्त किया कि उनके इलाज में कोई कसर नहीं रखी जाएगी। बच्चियों के परिजनों ने बताया कि अस्पताल में हो रहे इलाज से वे संतुष्ट हैं। राजे ने जयपुर पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए कि एसएमएस अस्पताल परिसर में मासूम से दुष्कर्म के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।
उन्होंने मामले में प्रगति की भी जानकारी ली। कमिश्नर ने बताया कि पुलिस तीव्र गति से अनुसंधान कर रही है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
एक ट्रक भरकर खिलौने देंगी मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने जेके लोन अस्पताल परिसर में बनाए गए एयू किड्स जोन का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि यहां बच्चों के लिए टॉय बैंक बनाया जाए, जहां अस्पताल में इलाज के बाद ठीक हुए बच्चे खेल सकें। उन्होंने अस्पताल परिसर में पौधारोपण करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने अपनी तरफ से एक ट्रक खिलौने उपलब्ध कराने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यहां बनने वाले टॉय बैंक का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि इच्छुक लोग यहां खिलौने दे सकें और ज्यादा से ज्यादा बच्चे यहां आकर खेल सकें।