जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बुधवार को भीलवाड़ा एवं चित्तौड़गढ़ में बाढ़ के हालात का हवाई सर्वेंक्षण किया और स्थितियों का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत दल तुरन्त राहत मुहैया कराएं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं।
जिन क्षेत्रों में बाढ़ के हालात बने हैं और नदियों व बांधों में पानी की तेज आवक हो रही है, वहां जिला प्रशासन पूरी निगरानी रखे।
ऐसे स्थानों में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद भी रहे। राजे ने कहा कि जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी के पुख्ता प्रबंध किए जाएं ताकि स्थिति जल्द सामान्य हो।
राजस्थान के मेवाड़ में बाढ़ के हालात सुधरे, पांच मंत्री दौरे पर पहुंचे
राजस्थान के मेवाड़ अंचल में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण चित्तौड़ और भीलवाड़ा में उपजे बाढ़ के हालात वर्तमान में नियंत्रण में आ गए हैं और पानी उतरना शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर बुधवार को भीलवाड़ा और चित्तौड़ में बाढ़ के हालात का जायजा लेने के लिए मंत्रियों का दल पहुंचा और स्थिति का जायजा लिया। इधर, उदयपुर शहर में बुधवार सुबह भी बारिश का दौर जारी रहा।
ग्रामीण अंचल में हो रही तेज बारिश के कारण मदार बड़ा तालाब पर एक फुट से अधिक चादर चल रही है और सीसारमा नदी चार फिट से अधिक चल रही है। पिछोला और फतहसागर झील का जल स्तर बराबर होने को है। वहीं चिकलवास फीडर आठ इंच ओवरफ्लो चल रहा है।
संभाग के चित्तौड़ और भीलवाड़ा में मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ के हालात पैदा हो गए थे और सेना को बुलाना पड़ गया। इधर पिछले 24 घंटों में दोनों ही जिलों में बारिश नहीं होने के कारण बांधों का पानी उतरा और शहरों में घुसा पानी भी उतर गया है।
पिछले 24 घंटों में लगातार पानी उतरने से चित्तौड़ और भीलवाड़ा के निवासियों ने राहत की सांस ली है। चित्तौड़ शहर में घुसा गंभीरी बांध का पानी पूरी तरह से निकल गया है।
बुधवार को मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के निर्देश पर गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया स्थिति का जायजा लेने के लिए पहुंचे और अधिकारियों से मिलकर चर्चा की। इसके साथ ही कटारिया ने चित्तौड़ शहर में घूमकर स्थिति का जायजा लिया।
भीलवाड़ा में भी पानी लगातार उतर रहा है। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से सेना के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीमों को भी लगा रखा है। जहां पर अधिक पानी भरा हुआ था। वहां के लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया था।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के निर्देश पर केबिनेट मंत्री किरण माहेश्वरी के नेतृत्व में मंत्री अनिता भदेल के साथ-साथ मंत्री सुरेन्द्र पाल टीटी भीलवाड़ा के दौरे पर आए और स्थिति का जायजा लिया।
इस दौरान उचकिया बांध में जबरदस्त पानी की आवक से 60-60 फीट पॉल टूट जाने से 13 फीट भराव वाले उचकिया बांध से 6/7 फिट पानी बह निकला। अभी भी पानी की निकासी जारी है।
उचकिया में हो रहे रिसाव पर जिला प्रशाशन ने सेना की तैनाती कर रखी है जो वर्तमान में भी मौके पर है। इस दौरान मंत्रियों के समूह ने स्थानीय जिला कलेक्टर से चर्चा की और लोगों की स्थिति को जाना।