सबगुरु न्यूज-सिरोही। जीरावला गांव में पाश्र्वनाथ भगवान के प्रतिष्ठा महोत्सव के अंतिम दिन मुख्यमंत्री की विजिट ने वहां पर देश के विभिन्न स्थानों से आए श्रद्धालुओं के लिए समस्या खडी कर दी। सीएम विजिट के कारण पुलिस और प्रशासन ने यहां की सुरक्षा व्यवस्था अपने हाथों में ले ली।
इससे मुख्यमंत्री के आगमन से करीब एक घंटा पहले ही मंदिर परिसर में लोगों के घुसने पर पुलिस ने रोक लगा दी। कई बुजुर्ग और चलने में असमर्थ लोगों को पुलिसकर्मियों ने रोक दिया। इसका दर्शनार्थी विरोध भी जताते दिखे। वैसे मंदिर ट्रस्ट की ओर से अपने स्वयंसेवक व्यवस्थाओं के लिए लगाए हुए थे, इसके बाद भी पुलिस ने यहां की व्यवस्था अपने हाथों में ली। मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने वाले द्वार पर तो रेवदर डीएसपी मंदिर ट्रस्ट के स्वयंसेवकों से यह कहते हुए भी दिखे कि कोई व्यवस्था ही नहीं है।
-इन नेताजी से नहीं छूटा मोह
इधर, मंदिर में जाने के लिए एक नेता जी पता नहीं किस मोह में थे। मंदिर में सभी लोग अंदर चले गए वे बाहर सीढीयों पर ही खडे रहे। बाद में मंदिर ट्रस्टियों के वहां पहुंचकर अंदर आने का काफी अनुरोध करने पर उन्होंने सीढीयों पर जूते खोले और अंदर गए और अंदर से मुख्यमंत्री से निकलने के काफी देर पहले बाहर भी आ गए।
-चेक लेने में हिचकिचाई फिर लिया
दर्शन के बाद मुख्यमंत्री सभास्थल में पहुंची वहां पर ट्रस्टियों ने उन्हें मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के लिए चेक पेश किया। धार्मिक कार्यक्रम की वजह से या किसी अन्य कारण से मुख्यमंत्री पहले यह चेक लेने में हिचकिचाईं। फिर सभी ट्रस्टी एकत्रित हुए तो उन्होंने यह चेक स्वीकार किया। चेक लेकर उन्होंने वहां मौजूद भामाशाहों से कहा कि वे जहां भी कोई तालाब, बावडी या जलस्रोत देखें उसके उद्धार के लिए अपना सहयोग जरूर देवें।
करीब पांच साल पहले पावापुरी में आयोजित एक कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पांच करोड रुपये का चेक दिया गया था, इसके बाद उन्होंने सिरोही के कालका तालाब बनाने के लिए पांच करोड रुपये की घोषणा की थी। यहां भी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तो कहा कि सिरोही के लोगों ने उनके लिए इतना किया तो वह भी कुछ देंगी, लेकिन आगे अपने भाषण को दूसरी ओर मोड दिया।
-आगे सीएम पीछे गद्दों पर सोते रहे थके हारे श्रद्धालु
जीरवला में राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटका, चैन्नई आदि प्रांतों से भी श्रद्धालु पहुंचे थे। रात भर भजन संध्या और धार्मिक आयोजनों में भाग लेकर कई थक भी गए थे। जिस वाराणसी नगर में सीएम को मंच पर जाना था वो इतना बडा था कि मंच से दूसरे छोर के लोगों को देखना तक मुश्किल था।
खुद मुख्यमंत्री ने यह कहा कि उन्होंने इतना बडा पांडाल अब तक नहीं देखा। इस पांडाल में सबसे आगे मंच पर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम होता रहा तो दूसरे छोर पर लोग गद्दे पर अपनी थकान मिटाते हुए भी दिखे। वैसे जो लोग आगे थे उनमें मुख्यमंत्री की झलक को अपनी मोबाइल में कैद करने का जबरदस्त उत्साह दिखा।
-सरकार आ रही है जनता जाग जाओ
मुख्यमंत्री के आगमन से पहले भगवान पाश्र्वनाथ की प्रतिमा की अंजनशलाका को महा उत्सव था। सभी श्रद्धालु इसमें भाग लेने के लिए उमडे। ऐेसे में जिस पांडाल में सीएम को जाना था वहां की कुर्सियां तक समेट दी गई थी। यहां लोग बिस्तर बिछाकर सो रहे थे। लोगों को बाद में पुलिस वालों ने आकर कहा उठ जाओ भाई लोगों सरकार आ रही है, जनता सोएगी तो कैसे काम चलेगा। बाद में मंच के आगे कुर्सियों व्यवस्थित की गई।
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