लखनऊ। भगवान राम की नगरी अयोध्या में दीपावली का पर्व भव्य रूप से मनाने को लेकर लोगों में बेहद जोश नजर आ रहा है। सरयू नदी का नट जहां अपनी सुन्दरता से लोगों को आकर्षित कर रहा है, वहीं इस दिवाली को त्रेता युग की तर्ज पर मनाने को लेकर श्रद्धालुओं ने बेहद प्रसन्नता जाहिर की है।
आज के कार्यक्रम के तहत साकेत महाविद्यालय से शोभायात्रा निकल चुकी है। इसमें 11 झाकियां हैं, जिसमें राम जन्म से लेकर रावण वध के दृश्य प्रदर्शित किए गए हैं। इस यात्रा का जगह-जगह लोग स्वागत कर रहे हैं। खास बात है कि सामाजिक समरसता का सन्देश देते हुए 05 स्थानों पर विभिन्न धर्मों के लोग इस यात्रा का स्वागत करेंगे। यह यात्रा चार बजे रामकथा पार्क पहुंचेगी, जहां राज्यपाल और मुख्यमंत्री इसका स्वागत करेंगे।
राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रियों की मौजूदगी आज के कार्यक्रम को और यादगार मनाएगी। यह अपनी तरह का पहला मौका होगा जब अयोध्या में सरकार की पहल पर इस तरह का आयोजन किया जा रहा है। इसको लेकर लम्बे समय से तैयारियां की गई हैं।
दरअसल अयोध्या आमतौर पर राम मन्दिर मुददे को लेकर ही चर्चाओं में रहती है। धार्मिक रूप से बेहद पवित्र स्थल होने के बावजूद सरकारों ने इसके विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के धार्मिक स्थलों के साथ-साथ यहां के अन्य क्षेत्रों के कायाकल्प का निर्णय लिया है।
जिस तरह त्रेता युग में लंका से भगवान राम पुष्पक विमान से अयोध्या पहंचे थे। उसी तर्ज पर अपरान्ह 3.15 बजे मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से हवाई पट्टी पर पहुंचेंगे। अपने तय कार्यक्रम के तहत अपरान्ह 3.40 बजे रामकथा पार्क पर रामचन्द्र के जीवन चरित्र से सम्बन्धित विभिन्न झांकियों का अवलोकन करेंगे। 3.55 बजे रामचन्द्र आदि के लीला स्वरूपों का हेलीपैड पर स्वागत कार्यक्रम है। 4.45 बजे मुख्यमंत्री अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों सम्बन्धी विभिन्न विभागों की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
इस मौके पर प्रधानमंत्री आवास योजना, नए बिजली कनेक्शन आदि के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक स्वीकृति पत्र वितरण, निराश्रित महिलाओं, वृद्धों एवं बच्चों को वस्त्र वितरण आदि किया जायेगा। 5.25 बजे राज्यपाल का उद्बोधन है। वहीं 5.50 बजे नयाघाट पर सरयू पूजन एवं अभिषेक तथा आरती होगी। 6.50 बजे राम की पैड़ी पर दीपों का प्रज्जवलन-लेजर शो का कार्यक्रम है। 7.45 बजे मुख्यमंत्री राम कथा पार्क में अन्तर्राष्ट्रीय एवं भारत की रामलीलाओं का अवलोकन करेंगे।
योगी आदित्यनाथ रामनगरी को देंगे कई परियोजनाओं की सौगात
मुख्यमंत्री दीपोत्सव का शुभारम्भ करने के साथ अयोध्या को विकास योजनाओं की सौगात देंगे। इसमें ऐतिहासिक गुप्तार घाट और वहां निर्मित विशाल सीता-राम मंदिर का जीर्णोद्धार पर सरकार 37 करोड़ रूपये से ज्यादा की रकम खर्च करेगी। ताकि उसे पुराने आर्किटेक्चर पर ही नए सिरे से बनाया जा सके। निर्माण के दौरान पर्यटकों की सुविधाओं को भी ख्याल रखा जाएगा।
सरयू नदी पर राम की पैड़ी को करीब 12.5 करोड़ खर्च कर नए सिरे से बनाया जाएगा। यहां लाइटें लगाई जाएगी ताकि यह पूरा क्षेत्र जगमग रहे। सरयू नदी के तट पर बने लक्ष्मण घाट का सौंदर्यीकरण करते हुए उसे नए सिरे से निर्मित किया जाएगा। इस कार्य पर तकरीबन 11 करोड़ रुपये की रकम खर्च की जाएगी। इसके अलावा भगवान राम के निवास स्थान कनक भवन और राजा दशरथ के निवास स्थान दशरथ महल का भी जीर्णोद्धार करीब 11.5 करोड़ रुपये की रकम खर्च की जाएगी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री रामनगरी को लेकर कई बड़ी योजनाओं को ऐलान करेंगे। इसके तहत दिगम्बर अखाड़ा परिसर में बहुउद्देश्यीय प्रेक्षागृह का निर्माण, राम की पैड़ी, पर्यटकों के ठहरने के स्थल, सुरक्षा की दृष्टि से प्रमुख जगहों को सीसीटीवी से लैस करना, पुलिस बूथों की बढ़ोत्तरी, जगहों के दर्शन के लिए इको फ्रेंडली ट्रांसपोर्ट की सुविधा दी जाएगी। नागरिक सुविधायें जैसे शौचालय, जल निकासी की उचित व्यवस्था की जाएगी।
प्रमुख सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि प्रदेश सरकार अयोध्या को विश्व पर्यटन के मानचित्र में लोकप्रिय बनाने के लिए प्रयासरत है। अयोध्या में पयर्टन को बढ़ावा देने के लिए त्रेतायुग की थीम पर ‘नव्य अयोध्या’ प्रोजेक्ट तैयार कर केंद्र से 195.89 करोड़ रुपये की मांग की गई थी। डीपीआर को स्वीकृत करते हुए पर्यटन मंत्रालय ने 133.70 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत अयोध्या में भगवान राम की 100 मीटर से ज्यादा ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी।