नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की मुश्किल घटने का नाम नहीं ले रही। कोल ब्लॉक आबंटन मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने डॉ.मनमोहन सिंह को समन भेजा है । उनको अगले महीने की आठ तारीख को अदालत में पेश होना पड़ेगा । डॉ.मनमोहन के साथ हिंडालको कंपनी के कुमार मंगलम बिरला, पीसी पारेख समेत छह लोगों को अदालत ने समन किया है ।
विदित हो कि जिस समय हिंडाल्को कोल ब्लॉक का आवंटन हुआ था, उस समय डॉ. मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के साथ-साथ कोयला मंत्री भी थे । उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला ने पीएम को पत्र लिखकर दो कोयला खदान आवंटित करने का अनुरोध किया था।
वहीं पिछले दिनों उच्चत्तम न्यायालय ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को फटकार लगाई थी, कि उसने कोल आवंटन के मसले पर मनमोहन सिंह से पूछताछ क्यों नही की? सर्वोच्च न्यायालय के कड़े रुख के बाद सीबीआई ने पूर्व प्रधानमंत्री से पूछताछ की थी। हालांकि, केंद्रीय अदालत ने पूर्व संप्रग सरकार के कार्यकाल में हुए कोल ब्लॉक आवंटन को रद्द कर दिया गया था ।
कोल ब्लॉक आबंटन मामले में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने अदालत के समन पर निराशा जताई है । अदालत के समन पर अपनी प्रतिक्रिया में डॉ.मनमोहन सिंह ने कहा है कि मैं समन से निराश हूं लेकिन ये जीवन का हिस्सा है ।
डॉ.मनमोहन ने कहा कि मैंने अभी तक अदालत का पूरा आदेश नहीं पढ़ा है । अधिवक्ताओं से राय मश्विरा करने के बाद ही कुछ कह पाउंगा । मैं किसी भी कानूनी प्रक्रिया का सामना करने को तैयार हूं । मुझे पूरा विश्वास है कि सच जरूर सामने आएगा । बता दें कि कोल ब्लॉक आबंटन मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत ने डॉ.मनमोहन सिंह को समन भेजा है । उनको 8 अप्रैल को कोर्ट में पेश होना को कहा गया है।
कांग्रेस के कंलक का सामना कर रहे मनमोहन सिंह