माउंट आबू/जोधपुर/सिरोही। राजस्थान का समूचा मारवाड इलाका शीतलहर की चपेट में है। तेज सर्दी के चलते जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। संभाग के एकमात्र पर्यटन स्थल माउंट आबू के खुले मैदानों में बर्फ जमीं हुई देखी गई।
जोधपुर जिले में सर्द हवाओं के चलने से ठंड बढ़ गई है। बुधवार सुबह से ही समूचे मारवाड़ में सर्दी का सितम जारी रहा। सर्दी से बचने के लिए लोगों को अलाव जलाते देखा गया। लोगों ने गर्म ऊनी वस्त्र पहन कर ठण्ड से निजात पाने की कवायद की।
दिन के समय धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत मिली लेकिन शीतलहर के थपेडों ने कंपंकपी बनाए रखी। माउंट आबू में अर्बुदांचल की वादियों में तापमापी के पारे में बार-बार हो रहे परिवर्तन के चलते न्यूनतम तापमान में दो व अधिकतम में 0.2 डिग्री सेल्सियस का उछाल आया।
सवेरे ठंड के तेवर तीखे रहने से लोगों को भारी भरकम ऊनी लबादों का सहारा लेना पड़ा। आसमान में बादलों के छाने से दिन में ठंड का खासा प्रभाव रहा। धूप और बादलों के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहने से धूप भी बेअसर रही।
मौसमी बीमारियों का कहर
सर्दी ने अब लोगों की सेहत को बिगाडऩा शुरू कर दिया है। सरकारी अस्पताल की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। वायरल, बदन दर्द, सर्दी, जुकाम से पीडि़त मरीजों की संख्या 150 के पार हो गई है।
प्राइवेट क्लिनिकों पर भी सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं। एक सप्ताह से बढ़ी ठंड लोगों की सेहत बिगाड़ रही है। शहर के अस्पतालों में बीमार बुजुर्ग, युवा और बच्चों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है।
फसलों को होगा फायदा
सर्दी बढऩे से गेहूं, सरसों, जौ की फसल को फायदा होगा। कुछ दिन पहले तक तापमान अधिक होने से रबी के लिए उपयुक्त नहीं था, जिस कारण फसल विकास नहीं कर पा रही थीं। सर्दी बढऩे से फसलें लहलहाने लगेगी और पानी की जरूरत भी कम होगी।