इलाहाबाद। इलाहाबाद के कर्नलगंज थानान्तर्गत एलनगंज मोहल्ले में किराये का कमरा लेकर रह रही इलाहाबाद विश्वविद्यालय की बीए तृतीय वर्ष की छात्रा ने डिप्रेशन की वजह से गुरूवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दिया है। हालांकि मामला संदिग्ध लग रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार रायबरेली जिले के सलवन थाना क्षेत्र के कालू जलाल का पूरा गांव के निवासी जगतपाल सरोज की तीन बेटियों और एक बेटे में सबसे बड़ी बेटी कंचन सरोज 22 वर्ष इलाहाबाद विश्वविद्यालय की बीए तृतीय वर्ष की छात्रा था। वह शहर में एक सहपाठी के साथ कमरा लेकर एलनगंज मोहल्ले में कमरा लेकर रहती थी।
बताया जा रहा है कि उसकी पार्टनर गुरूवार की सुबह अपना क्लास करने के लिए चली गयी और जब वह वापस लौटी तो कमरे का दरवाजा नहीं खुला। उसने खिड़की से देखा तो कंचन सरोज फांसी के फंदे पर लटकती मिली। उसने इस सम्बन्ध में घटना की सूचना उसके परिजनों एवं कर्नलगंज पुलिस को दी।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा और शव को फंदे से उतारा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अन्त्य परीक्षण के लिए भेज दिया। उधर खबर मिलते ही उसके परिवार के लोग भी आ पहुंचे। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए उसके पिता ने बताया कि वह सोमवार को घर गयी थी। लेकिन विगत कुछ दिनों से वह तनाव में रहती थी।
जब उसकी शादी की बात की जाती थी वह यहीं कहती थी कि जबतक पढ़ लिखकर कुछ नहीं बन जाती, तबतक शादी नहीं करूंगी। इस बात को लेकर मां से भी कहा सुनी कर लेती थी। इस बार जब से वह यहां आई, अपना फोन अधिकतर बन्द रखती थी और किसी से बात चीत नहीं किया।
उसके पिता इन दिनो दिल्ली से घर आए हुए थे। वह बेटी की मौत की खबर सुनते ही कंचन की मां फूलकली के साथ कर्नलगंज थाने पहुंचे और उसके बाद चीरघर पहुंचकर बेटी की पहचान किया। जिसके बाद पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई शुरू करवाई।