नई दिल्ली। बांदीपुरा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के साथ मुठभेड़ में घायल हुए सीआरपीएफ के कमांडिंग ऑफिसर की हलात में सुधार आया है। कमांडेट चेतन चीता को दिल्ली के एम्स ट्रॉमा आईसीयू से सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
डॉक्टरों का कहना है कि फिलहाल हमारे लिए ये बेहद खुशी की बात है कि हम कैप्टन को खतरे से बाहर लाने में काफी हद तक सफल हुए हैं। एम्स के डॉक्टर अमित गुप्ता ने बताया कि ने बताया कि चेतन कुमार चीता न केवल वेंटिलेटर से हटा दिए गए हैं बल्कि उनके स्वास्थ्य में सुधार को देखते हुए नॉर्मल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है।
सीआरपीएफ के मुताबिक उनके स्वास्थ्य में लगातार सुधार हो रहा है। बांदीपुरा मुठभेड़ में घायल चेतन चीता की हालत फिलहाल खतरे से बाहर है। 15 फरवरी को उनके मस्तिष्क का ऑपरेशन किया गया था। डॉक्टरों ने कहा था कि अधिकारी के हाथों में फ्रैक्चर था, उनके सिर, जबड़े और चेहरे पर भी चोट है। चेतन के शरीर के सभी अंग जैसे किडनी, लंग्स ठीक काम कर रहे रहे हैं।
इस खबर के बाद सीआरपीएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि आखिरकार हमारी प्रार्थनाएं रंग लाईं चेतन चीता की स्थिति में सुधार हो रहा है। बता दें कि इससे बांदीपुरा में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई इस मुठभेड़ में तीन जवान शहीद हो गए थे और एक आतंकी मारा गया था।
राजस्थान के रहने वाले चीता हज्जन इलाके में दो विदेशी आतंकियों की छिपे होने की सूचना पर मौके पर पहुंचे थे जहां सेना, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के संयुक्त दल ने घेराबंदी कर रखी थी। उस मुठभेड़ में इस कमांडिंग अफसर को कई गोलियां लगीं और हड्डियां टूटी लेकिन इस बहादुर ने इस बुरे वक्त को भी हरा दिया है।