सबगुरु न्यूज-सिरोही। बत्तीसा नाले का पानी लाने की उपलब्धि लेने की होड में भाजपा के नेता भाजपा को पानी-पानी कर रहे हैं। बत्तीसा नाला बनने से पहले ही भाजपा की इज्जत को डुबोने के लिए काग्रेस ने जिले के भाजपाइयों पर सीधा हमला बोला है। कांग्रेस ने भाजपा के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से शराब तस्करी और तस्करों से अपना संबंध उजागर करने की मांग की है।
शिवगंज पंचायत समिति प्रधान जीवाराम आर्य ने प्रेस नोट जारी करके कहा कि भाजपा नेताओं केे एक समाचार पत्र में छपे बत्तीसा नाला बांध परियोजना के विज्ञापन पर शराब तस्करी के धंधे में लिप्त एवं विभिन्न
सडकों के निर्माण में अनियमितताओं के आरोप से घिरे व्यक्ति का नाम आना भाजपाइयों पर अपराधियों से घिरे की ओर इशारा करता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कि भाजपा के जनप्रतिनिधि व पार्टी पदाधिकारियों का असली चेहरा उजागर हो गया हैं। प्रधान आर्य ने एक बयान जारी कर भाजपा नेताओं से पूछा कि वे जनता को बताए की जनता की गाढी कमाई का धन लूटने वालों से उनका क्या संबंध हैं और ऐसे लोगों से क्या आर्थिक लाभ ले रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि जिले के भाजपा नेताओं व जनप्रतिनिधियों के विज्ञापन में उनके नामों के साथ पिछले दिनों आबूरोड में करोडों की हरियाणा निर्मित अवैध शराब पकडे जाने के मामले के आरोपी का नाम भी है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले को रफा दफा करने के लिए सर्किट हाउस में भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने पुलिस के अधिकारियों को बुला कर कई आवश्यक निर्देश दिये थे। उन्होंने कहा कि उस दौरान सार्वजनिक रूप से भाजपाइयों से अपराधियों के साथ रिश्तों को बताने की चुनौती दी थी । आज वह चुनौती स्वतः ही खुलासा हो गया हैं । आर्य ने कहा कि इस विज्ञापन में प्रकाशित सभी नेताओं को जनता के सामने यह बताना चाहिये कि जिले में हो रही शराब तस्करी धंधे से इनका क्या संबंध हैं ।
आर्य ने कहा कि इतना ही नही इस विज्ञापन में नेता की जितनी बडी तस्वीर हैं इसकी उतनी ही बडी जिम्मेदारी हैं जिन्हें यह बताना चाहिये कि पांच साल पहले इन्ही विज्ञापन दाता केे फर्म द्वारा बनाई जा रही सडक के निरीक्षण के दौरान सामने आई अनियमितता का क्या हुआ। उस निरीक्षण की अनियमितता में कार्यवाही नही होने का तो इस विज्ञापन से तो कोई संबंध नही हैं ।
आर्य ने कहा कि इमानदारी का आईना दिखाकर तस्करी, भ्रष्टाराचार के पैसे का इस्तेमाल करने वाले इन नेताओं का चेहरा अब जनता के सामने बेनकाब हो चुका हैं । प्रधान ने कहा कि इसके अलावा भी सिरोही के एक ठेकेदार को सिरोही शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए अणगौर बांध से पानी जलाशयों में पहुचाने का ठेका हुआ था।जिसे भाजपा नेताओं के इशारों पर जलदाय विभाग के अधिकारियों ने नियमों से परे जाकर बिना निविदा जारी किये तीन वर्ष के लिए आगे बढा दिया था ।
आर्य ने कहा कि इसी तरह जिले में भाजपा के नेता व जनप्रतिनिधि अपना कद बढाने के लिए बत्तीसा नाले का श्रेय लेने में लगे हुये हैं जो जनता को भ्रमित करने का प्रयास हैं । आर्य ने कहा कि जिस बत्तीसा नाले की बजट में स्वीकृति हुई हैं उसका श्रेय पूर्व विधायक संयम लोढा को मिलना चाहियें क्योकि 2008 के विधानसभा चुनाव से पूर्व ही उनके प्रयास से इस योजना का सर्वे शुरू हो चुका था और उन्होंने चुनावों में आज के जिले के प्रभारी मंत्री एवं विधायक ओटाराम देवासी जब नर्मदा लाने का वायदा कर रहे थे तब भी लोढा ने उसे अप्रासंगिक बताते हुये बत्तीसा नाला से बहकर गुजरात की ओर जाने वाले पानी को रोककर सिरोही को पेयजल के लिए पानी उपलब्ध कराने की वकालात की थी । उन्होने कहा कि आज बत्तीसा नाला का पानी रुकने का जो फैसला हुआ हैं उसका श्रेय कांग्रेस को जाता हैं ।