सिरोही। वसुन्धरा राजे मंत्रिमंडल मे गोपालन राज्यमंत्री व् स्थानीय विधायक ओटाराम देवासी का नर्मदा के वादे का कथित रूप से उनकी ही मंत्री किरण माहेश्वरी के माध्यम से खुलासा करने पर सिरोहीवासियों में रोष व्याप्त है। नर्मदा नहर क पानि सिरोही लाने के वायदे की पोल खुलने पर कांग्रेस भी गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी और भाजपा की विफलताओं का ढोल पीटकर उन्हें जनता के सामने बेपर्दा करने में पीछे नहीं रही है।
धार्मिक आस्था का फायदा उठाकर सत्ता पर काबिज होने वाले गोपालन और देवस्थान राज्यमंत्री ओटाराम देवासी को नर्मदा के नाम पर जनता को भ्रमित करने पर कांग्रेस ने उन्हें आडे हाथों लेना शुरू कर दिया है।
नर्मदा के वायदे पर सिरोही विधानसभा सीट पर काबिज हुए ओटाराम देवासी और भाजपा से राजस्थान प्रदेश कांग्रेस सचिव एवं जिला परिषद सदस्य रंजू रामावत ने ने जवाब मांगा है कि वे बताएं कि आखिर किस आधार पर भाजपा ने लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों में नर्मदा नहर का पानी सिरोही में लाने का वादा किया था।
उन्होने कहा कि भाजपा को पहले से पता था कि 50 साल पहले जो समझौता हुआ था उसमें सिरोही जिला शामिल नहीं था, लेकिन फिर भी उन्होने कहा कि अगर प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री भाजपा के बनते हैं तो नर्मदा नहर का पानी सिरोही जिले को अवश्य मिलेगा। आज भाजपा के चुनावी वादे की सच्चाई सबके सामने स्पष्ट है; रामावत ने कहा कि सही मायने में यह यू-टर्न सरकार है।
रामावत ने कहा कि जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी द्वारा सिरोही जिले के जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की ली ष्ई बैठक में भाजपा के पदाधिकारियों को बैठाने और पत्रकारों के प्रवेश पर पाबन्दी, बीजेपी की निरंकुश सोच को दर्शाती है।
रामावत ने बताया कि किरण महेश्वरी कहती है कि सर्वे पूरा, डीपीआर तैयार, किन्तु सिरोही जिले के लिए नर्मदा नहर का जल लाना सम्भव नहीं है। उन्होने बैठक में सैकडों परियोजनाओं से जिला मुख्यालय को पानी देने के लिए आश्वासन तो दिये, लेकिन वर्तमान में पेयजल समस्या के सम्बन्ध में राहत की घोषणा नहीं कर पाई।
वहीं चर्चा के दौरान विधानसभा एवं लोकसभा सीट पर काबिज होने के लिए नर्मदा के नाम पर जिलेवासियों को भ्रमित करने के लिए यहां के सांसद एवं विधायकों की ओर ईशारा कर झूठ की पोल खोल दी। रामावत ने आरोप लगाया कि 365 दिन उपलब्धियों की बात करने वाली बीजेपी सरकार ने जनता के साथ सिर्फ छल किया है। अच्छे दिन के झूठे वायदे किए हैं।
रामावत ने आरोप लगाया कि आज राज्य में बीजेपी की सरकार को डेढ वर्ष हो गया। भाजपा का दावा है कि सरकार और उसके मंत्री भाग रहे है, लेकिन राज्य की जनता बिजली, पानी और अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए झूझ रही है, तडपकर रेंग रही है। बीजेपी ने चुनावों में नर्मदा व माही के पानी को सिरोही जिले में लाने का स्वप्न दिखाया। जनता ने इनपर यकीन भी किया। भरपूर वोट दिये।
उन्होंने कहा कि जिस अंतर्राज्यीय जल संधि में सिरोही का नाम तक नहीं है उसके लिए यहां के भोले भाले मतदाताओं को भ्रमित करके वोट बटोरे। उन्होंने कहा कि सेई और बत्तीसा नाले का पानी सिरोही लाने की संभावना को ये सत्तासीन राज्य सरकार विधानसभा जैसे उच्च सदन में पहले ही नकार चुकी है। कैसी विडम्बना है इस जिले के प्रभारी मंत्री देवासी को, क्षेत्र की जनता ने दूसरी बार चुनकर विधानसभा में भेजा, मगर ये अब तक विफल रहे हैं। पेयजल संकट में सिरोही जिले की जनता, शहर एवं ग्रामीण त्राही- त्राही कर रही है।
रामावत ने राज्यमंत्री ओटाराम देवासी पर निशाना साधते हुए कहा कि देवासी रहते मुंडारा है, प्रतिनिधित्व सिरोही जिले का करते है। अब सिरेाही की जनता के साथ न्याय करें। अपनी असफलता को स्वीकार करने का साहस दिखायें। रामावत ने कहा कि मंत्री देवासी अब तक लोगों की धार्मिक आस्था का फायदा उठाते रहे है, लेकिन उनका असली चेहरा सबके सामने आ गया है।