

सिरोही। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कथित रूप से आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी की ट्रेवल्स डॉक्यूमेंट के लिए मदद करने के आरोप के विरोध में जिला मुख्यालय पर कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का पुतला फूंका।
सवेरे ग्यारह बजे कलक्टरी चौराहे पर कांग्रेसी एकत्रित होने लगे। जिलाध्यक्ष गंगाबेन गरासिया, संध्या चौधरी, आबूरोड नगर अध्यक्ष अमित जोशी, हामिद कुरैशी, शिवगंज प्रधान जीवाराम आर्य, माउण्ट आबू पार्षद नारायण, महेन्द्र रावल समेत कई कांग्रेसी एकत्रित हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का पुतला लेकर कलक्टरी के दरवाजे तक पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने कलक्टरी के मुख्य दरवाजे को बंद करके दरवाजे पर ही इन्हें रोक दिया। यहां पर इन लोगों ने वसुंधरा राजे के खिलाफ सरकार में कथित भ्रष्टचार तथा ललित मोदी की कथित मदद के संबंध में नारेबाजी की और यहीं पर उनका पुतला फूंका। इसके बाद पुलिस ने दरवाजा खोला तो यह लोग कलक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने पहुंचे। इन लोगों ने वसुंधरा राजे व सुषमा स्वराज को निलंबित करने की मांग की।
बड़ी मुश्किल से जुटे 50 लोग
प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर शुक्रवार को जिला कांग्रेस ने कलक्टरी चौराहे पर वसुंधरा राजे के पुतला दहन का कार्यक्रम 11 बजे रखा, लेकिन 12.40 तक बामुश्किल कांग्रेस पचास पदाधिकारी जुटा पाई। कांग्रेस का एक गुट और गहलोत के के करीबी बताए जाने वाले कई नेता नदारद नजर आए। जब जैसे तैसे पचास लोग जोड़े तो ध्यान आया कि पुतला ही नहीं है तो फिर आनन-फानन में एक आदमी पुतला बनवाने के लिए निकला। पुतला आया तो एक साड़ी पहनाकर उसे कलक्टरी के मुख्य द्वार पर ले गए और उसे जलाया।