जोधपुर। कांग्रेस के आह्वान पर मंगलवार को जोधपुर बंद का असर मिलाजुला रहा। प्रदेश की भाजपा सरकार की दमनकारी नीतियों और कांग्रेसी नेताओं को भ्रष्टाचार के झूठे मामलों के खिलाफ जोधपुर बंद के दौरान मंगलवार को कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए।
कांग्रेस ने जोधपुर बंद का आह्वान किया था जिसे भाजपा ने विफल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस दौरान दिनभर कई स्थानों पर दुकानें बंद करवाने को लेकर तनातनी का माहौल रहा। कांग्रेसियों ने दुकानें बंद करवाने का प्रयास किया वहीं भाजपा उन दुकानों को खुलवाने में लगी रही। इससे कई बार माहौल गर्मा गया।
पुलिस दोनों पक्षों को अलग करने में उलझी रही। दोपहर में कांग्रेसियों ने रैली निकालकर कलेक्ट्रेट के बाहर आक्रोश भरा प्रदर्शन किया। इससे यहां पर कई घंटों तक जाम की स्थिति रही। राज्य सरकार की दमनकारी नीतियों और अपने नेताओं को झूठे मुकदमों में फंसाने के विरोध में कांग्रेस के आह्वान पर आज जोधपुर बंद को लेकर तनावपूर्ण हालात बने रहे।
बंद को विफल करने के लिए भाजपा ने भी ताल ठोक रखी थी। सुबह दुकानें बंद कराने निकले कांग्रेस कार्यकर्ता और विरोध कर रहे भाजपा कार्यकर्ता जालोरी गेट पर आमने-सामने हो गए। यहां दुकान बंद करवाने को लेकर दोनों पक्षों में जोरदार तकरार हुई।
जोरदार तकरार के बीच बड़ी संख्या में तैनात पुलिस ने मोर्चा संभाला और दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं को दूर किया। जालोरी गेट पर अभी पूरी तरह से मामला सुलझा ही नहीं था कि नई सड़क पर दोनों पार्टी के कार्यकर्ता आपस में उलझ गए। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से हालात संभाले।
शहर के प्रमुख बाजारों में बंद का असर रहा तो गली-मोहल्लों में प्रतिष्ठान खुले रहे। प्रमुख चौराहों पर कई व्यापारी माथापच्ची से बचने के लिए दुकानें बंद कर बाहर बैठ गए तो कहीं जगहों पर व्यापारी आधे शटर खोल कर बंद करने का दिखावा करते दिखे। बंद के दौरान मुख्य बाजारों में व्यापक असर देखा गया। यहां दिनभर सन्नाटा पसरा रहा।
जालोरी गेट चौराहा, सोजती गेट, नई सड़क, सरदारपुरा, त्रिपोलिया, घंटाघर बद रहे। चौपासनी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र के सरदारपुरा पांचवीं रोजती गेट और घंटाघर तक बंद का व्यापक असर दिखा जबकि पावटा और रातानाडा इलाकों में कोई असर नहीं दिखा। राइका बाग, अजीत कॉलोनी, रसाला रोड में पृथ्वीपुरा अधिकतर दुकानें खुली थीं।
यातायात सुचारु था और अधिकतर दुकानें भी खुली थीं। स्कूल के ऑटो रिक्शा भी बराबर चले। हालांकि कई स्थानों पर बंद समर्थकों ने सिटी बसों व ऑटो रिक्शाओं को खाली भी करवाया। मंगलवार सुबह से ही कांग्रेस के कार्यकर्ता जगह-जगह पर घूमकर बंद करवा रहे थे।
कुछ स्थानों पर बाजार बंद करने के लिए आग्रह किया गया वहीं कुछ स्थानों पर जोर जबरदस्ती से भी बाजार बंद करवाए गए। चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में वाहनों पर घूमकर कार्यकर्ता बंद करवाने में लगे रहे। वहीं यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता शहरभर में ढोल नगाड़ों के साथ बंद की अपील करते नजर आए।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के घूम-घूम कर जोधपुर बंद करवाने को देख जोधपुर सांसद गजेन्द्रसिंह शेखावत भी इसके विरोध में सड़कों पर उतर आए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचारियों के समर्थन में जोधपुर बंद करवा रही है। कई जगह कांग्रेसी कार्यकर्ता पुलिस की मौजूदगी में दुकानें बंद करवा रहे हैं जो पुलिस व प्रशासन के लिए शर्म की बात है।
कांग्रेसी कार्यकर्ता गुंडागर्दी कर रहे हैं, कार्यकर्ता व्यापारियों को धमकियां दे रहे हैं कि आज दुकान खोली तो कल आग लगा देंगे। उन्होंने कांग्रेस के बंद को पूरी तरह से गलत बताया। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सिटी बसों व ऑटो रिक्शाओं में सवार यात्रियों को नीचे उतार दिया। जालोरी गेट इलाके में बस रुकवा कर सवारियों को बस से उतार दिया।
सुबह शहर के अंदरूनी इलाकों में ऑटो चल रहे थे। कहीं सिटी बस वालों ने बच्चों को स्कूल छोड़ दिया और कहा कि वापसी में अभिभावक बच्चों को स्कूल से लाएं। वहीं पावटा सहित कई इलाकों में कहीं बच्चे आराम से ऑटो में स्कूल गए। कुछ खास इलाकों में आम आदमी बच्चों को स्कूल से लाने में बिजी रहा।
आवश्यक सेवाओं को बंद से मुक्त रखा गया, जिसमें पेट्रोल पंप और दवाइयों की दुकानें शामिल रहीं। कांग्रेसियों ने दोपहर में वाहन रैली भी निकाली। इस रैली के दौरान कई स्थानों पर यातायात जाम की स्थिति बनी रही।
रैली कलेक्ट्रेट पहुंचकर सभा में परिवर्तित हो गई। यहां पर भी कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया। यहां भी कई घंटों तक यातायात जाम की स्थिति रही। यातायात को वैकल्पिक मार्ग से निकाला गया।