देहरादून। उत्तराखंड की रिक्त राज्यसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा ने जीत का परचम फहराया है। कांग्रेस प्रत्याशी को कुल पड़े 58 मतों में से 32 मिले जबकि भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी अनिल गोयल को मात्र 26 वोट से संतोष करना पड़ा। हालांकि मतदान के परिणाम से स्पष्ट है कि दोनों दल क्रास वोटिंग रोकने में सफल रहे।
बतातेे चले कि उत्तराखंड विधानसभा में कुल सदस्य संख्या 71 जिसमें एक नामित विधायक भी शामिल है। 71 में से 10 विधायक दलबदल कानून के चलते पहले ही आयोग्य घोषित किए जा चुके है जबकि दो अन्य विधायकों कांग्रेस की रेखा आर्य और भाजपा के भीमलाल आर्य को पार्टी व्हिप के खिलाफ मतदान करने के चलते विधानसभा अध्यक्ष द्वारा कुछ दिनों पहले बर्खास्त किया जा चुका है।
इसके अलावा भाजपा के एक अन्य विधायक दानसिंह भंडारी ने चुनाव की पूर्व संध्या पर अचानक अपनी सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद विधानसभा में भाजपा की सदस्य संख्या 26,कांग्रेस की 26,यूकेडी की 01,बीएसपी की 02 और निर्दलीय 03 है जबकि एक नामित विधायक भी है।
इस तरह 58 सदस्यों में से कांग्रेस प्रत्याशी को एक नामित सदस्य के मत के साथ पार्टी के 26 और बीएसपी के 02 यूकेडी के 01 और निर्दलीयों के तीन मत प्राप्त हुए।
यहां मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा बनाए गए नियमों के तहत मतदान प्रक्रिया संपन्न हुई। बताया कि भाजपा से इस्तीफा देने वाले दान सिंह भंडारी को छोड़कर सभी विधायकों ने अपना मत दिया।
उन्होंने बताया कि मतदाता सूची में भाजपा विधायक दानसिंह भंडारी का भी नाम था लेकिन उनका विधायकी से दिया गया इस्तीफा स्वीकार होने के बाद मताधिकार समाप्त हो गया जिसके चलते उन्होंने वोट नहीं दिया।
उन्होंने बताया कि विधानसभा में सुबह 9 बजे से मतदान शुरू हुआ। पहले भाजपा द्वारा परोक्ष रूप से समर्थित गीता ठाकुर के कांग्रेस को समर्थन कर देने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा और अनिल गोयल के बीच सीधी टक्कर हुई।
टम्टा की जीत ने फ्लोर टेस्ट के बाद मुख्यमंत्री को भाजपा पर भारी पड़ने का दूसरा मौका दिया। हरीश रावत का मैनेजमेंट एक बार फिर भाजपा पर भारी पड़ा है।
गौरतलब है कि अनिल गोयल ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया था पर उन्हें भाजपा का परोक्ष रूप से समर्थन प्राप्त था। यहीं नहीं भाजपा ने अनिल गोयल के समर्थन में व्हिप भी जारी किया था। हालांकि मुख्यमंत्री के तमाम प्रयासों के बाद भी भाजपा अपना कुनबा सहेजने में कामयाब रही।
क्रॉस वोटिंग की आशंका को देखते हुए दोनों पार्टियों की नजर एक.एक विधायक पर बनी रही। प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा चुनाव के एक रात पहले तक एक दूसरे के खेमों में फूट डालने में लगे रहे।
उधर राज्यसभा सीट के लिए होने वाले चुनाव से ठीक पहले अपना एक विधायक गंवाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस पर हमला बोला। राज्यसभा सीट के लिए मतदान देने के बाद विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि कांग्रेस धनबल से हमारा एक विधायक ले गई है।
उन्होंने कहा कि वे हमारा एक ले गए हैं देखिए उनके कितने आते हैं। इसके बाद अजय भट्ट भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने इलाहाबाद रवाना हो गए।
बताते चले कि राज्यसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के हाथों मात खाने से भाजपा तिलमिलाई हुई है। शनिवार को देहरादून स्थित विधानसभा में निर्दलीय प्रत्याशी अनिल गोयल को वोट देने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कांग्रेस पर हमला बोला। साथ ही दावा किया भाजपा के सभी विधायकों ने निर्दलीय प्रत्याशी अनिल गोयल को वोट दिया है।
भाजपा नेता ने कांग्रेस पर पैसा देकर विधायक तोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे हमारा एक ले गए हैं देखिए उनके कितने आते हैं। इसके बाद अजय भट्ट इलाहाबाद के लिए रवाना हो गए। कहा कि वह पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने जा रहे हैं।