जयपुर। जनता की आवाज दबाने के गैर मुद्दों को तूल देकर सियासत के केन्द्र में लाने का ओछा प्रयास देश में सत्ताधारी भाजपा द्वारा किया जा रहा है।
विविधतापूर्ण देश की संस्कृति पर एक विचारधारा विशेष को थोपने के उद्देश्य से दमन की नीति के तहत छात्रों का अपराधिकरण करने का प्रयास किया जा रहा है।
एकता में अनेकता की विशेषता वाले देश में अपने राजनीतिक हित साधने के लिए जैसे ओछे हथकण्डे भाजपा अपना रही है, उससे देश में वैमनस्य फैला है।
उक्त विचार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने मंगलवार को एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधि अपने नेतृत्व के संरक्षण में आपराधिक व अराजक भाषा का इस्तेमाल कर विपक्ष के नेताओं पर अशोभनीय टिप्पणियां कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के दो विधायकों ने कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ जैसी टिप्पणियां की है, वह उनकी आपराधिक प्रवृत्ति की परिचायक है।
केन्द्र से लेकर राज्य तक भाजपा को किसानोंए महिलाओंए दलितों, पिछड़ो व अन्य दलित वर्गों की सुध लेने की फुरसत नहीं है। उनका सिर्फ एक ही उद्देश्य है कि हर हाल देश में ध्रुवीकरण के आधार पर अपने राजनीतिक उद्देश्य को पूरा किया जाए।
पायलट ने कहा कि जिम्मेदार संवैधानिक पदों पर बैठे हुए केन्द्र के नेता संसद के पटल पर गलत तथ्यों को पेश कर देश को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने उपस्थित युवाओं से आह्वान किया कि देश के वर्तमान परिदृश्य में देश की एकता व अखण्डता को बनाए रखने के लिए सबको एकजुट होकर जनभावना के अनुरूप काम करना है।
देश को स्वतंत्रता दिलाने व स्वतंत्रता के बाद उसके गौरव को अक्षुण्ण बनाए रखने के कांग्रेस इतिहास व विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम आज की युवा पीढ़ी की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।