नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को लंदन में बेनामी घर खरीद कर देने के मामले की सरकार ने जांच शुरू कर दी है। हालाँकि वाड्रा के वकीलों ने इन आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया है।
इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीय सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस के विरोधियों द्वारा रॉबर्ट वाड्रा को सुव्यवस्थित ढंग से निशाना बनाया जा रहा है। वहीं, भाजपा सांसद किरीट सोमैया ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह चौंकाने वाला तो है, लेकिन इसमें आश्चर्यजनक कुछ भी नहीं है। वह प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग से आग्रह करूंगा कि वह कथित संपत्ति और पूरे में मामले में वित्तीय अनियमित्ता या अपारदर्शिता की जांच करें।
इस मामले में जांच एजेंसियों की दो रिपोर्टों के आधार पर सरकारी जांच आधारित है। यह रिपोर्ट कथित रूप से रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगी मनोज अरोड़ा द्वारा भेजी गई ई-मेल पर आधारित है। इन रिपोर्टों में हथियारों के विवादित सौदेबाज संजय भंडारी से की गई पूछताछ का भी पूरा ब्यौहरा है।
गत माह कर अधिकारियों और एनफोर्समेंट एजेंसियों ने भंडारी के 18 ठिकानों पर छापा मारा था, जिसके बाद दो जांच रिपोर्ट तैयार की गईं। इन रिपोर्टों के अनुसार, कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगी मनोज अरोड़ा ने कई ईमेल भेजे जिसमें लेन-देन और लंदन के घर की मरम्मत से जुड़ी बातें हैं।
लंदन में 12 एल्लर्टन हाउस, ब्रायंस्टन स्क्वायर पर स्थित इस घर को करीब 19 करोड़ रुपए में खरीदा गया। ऐसा आरोप है, यह सौदा अक्टूबर 2009 में हुआ और जून 2010 में इसे बेच दिया गया।
इस संबंध में चार दिन पहले रॉबर्ट वाड्रा से सवाल किया गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन उनके वकील ने कहा है कि वाड्रा किसी भी प्रकार प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से उल्लेख की गई संपत्ति से जुड़े हुए नहीं है।
यह भी कहा है कि वाड्रा और उनके सहयोगी संजय भंडारी से किसी भी प्रकार के वित्तीय लेन-देन से जुड़े नहीं है। वह यह भी नहीं जानते हैं कि संजय भंडारी किसी भी प्रकार की रक्षा डील से जुड़े हैं।
उल्लेखनीय है कि संजय भंडारी ऑफसेट इंडिया सॉल्यूशंस (ओआईएस) कंपनी के मालिक हैं। मोदी सरकार के सत्ता में आने खुफिया ब्यूरो की रिपोर्ट ने 2014 में उनसे संबंधित डील पर सवाल उठाए और रक्षा मंत्रालय को भंडारी से दूरी बनाए रखने की सलाह दी।
रिपोर्ट के अनुसार संजय भंडारी से साफ पूछा गया है कि ब्रायनस्टन स्क्वायर में संपत्ति की खरीद बिक्री से रॉबर्ट वाड्रा का क्या लेना-देना है? इस बात पर उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि लंदन में उनके वकील के पास सेल डीड से जुड़े कागजात हैं।
जांचकर्ताओं का कहना है, भंडारी ने रेड के दौरान ब्लैकबेरी फोन को नष्ट करने की कोशिश भी की। हालांकि वे लोग उनके फोन और कंप्यूटर्स से डाटा रिकवर करने में सफल रहे।
हरियाणा में कुछ जमीन सौदों को लेकर रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी की जांच चल रही है। आरोप है कि वाड्रा को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों में बदलाव किए गए। वाड्रा ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।