सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला परिषद की साधारण बैठक में मंगलवार को अजब नजारा देखने को मिला। भाजपा की जिला प्रमुख के लाल बत्ती लगाने के मुद्दे पर कांग्रेस के जिला परिषद सदस्य के सवाल पर कांग्रेस के ही दो जिला परिषद सदस्य विरोध जताने लगे। इस मुद्दे पर लॉ-ऑर्डर की बदहाल स्थिति पर पूछे गए सवाल पर जिला कलक्टर मौन रहे।
जिला परिषद की साधारण बैठक में कांग्रेस की जिला परिषद सदस्य रंजू रामावत ने एक समाचार पत्र में जिला प्रमुख के लाल बत्ती लगाने पर की गई कार्रवाई के बारे में जिला कलक्टर से सवाल किया। इस सवाल के करते ही कांग्रेस के जिला परिषद सदस्य रंजू रामावत के अंग्रेजी में सवाल पूछने के बहाने से ही रामावत का विरोध करने लगे।
उनके सुर में सुर मिलाते हुए कांग्रेस के जिला परिषद सदस्य कुलदीपसिंह भी बोलते हुए जिला प्रमुख के समर्थन में उतर गए कि वह भी जिला प्रमुख होते तो लाल बत्ती लगाते। वैसे इस मामले में जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व जिला प्रमुख भी इसका उपयोग करते दिखे और आज भी कई जिला प्रमुख लाल बत्ती लगा रहे हैं।
रंजू रामावत बार-बार इस मुद्दे पर हाईकोर्ट से मिले नोटिस के संबंध में जिला कलक्टर से सवाल करती रहीं, लेकिन वे मौन ही रहे और उनसे पूछे सवाल का जवाब जिला प्रमुख को देने के लिए अधिकृत कर दिया।
बाद में इस मामले के हाईकोर्ट में पेंडिंग होने की बात मुख्य कार्यकारी अधिकारी और बैठक सचिव आशाराम डूडी ने कही तो उप जिला प्रमुख कानाराम चौधरी व कांग्रेस के पुखराज गहलोत और कुलदीपसिंह हाईकोर्ट में चलने वाले मामले को यहां नहीं उठाने की बात कहते हुए डूडी के समर्थन में उतर गए। लम्बे विवाद और बहस के बाद यह मुद्दा शांत हुआ।
-अपने ही जवाब में घिरे सीएमएचओ
गत बैठक में जिला परिषद सदस्य कुलदीपिंसह ने पालडी एम चिकित्सालय में निशुल्क दवा के तहत भेजी गई दवाओं को जलाने का मामला उठाया था। इस मामले में जांच रिपोर्ट पेश करते हुए सीएमएचओ ने जवाब दिया कि किसी असामाजिक तत्व ने दवाएं गायब करके उसे जला दिया था।
इस पूरे सदन ने उन्हें ही कटघरे में खडा कर दिया। सदन ने कहा कि यदि जीवनरक्षक दवाइयां गायब कर सकता है तो वहां कोई असामाजिक तत्व गलत दवाएं भी रख सकता है। जिला प्रमुख और मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने भी इस मुद्दे पर असंतोष जताया। जिला कलक्टर की कोइ प्रतिक्रिया नही रही ।
-जल स्वावलम्बन में फिजीबिलीटी पर उठाया सवाल
बैठक में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के दूसरे चरण में करवाए जाने वाले स्वीकृत कामों की सूची सदन को सुनाई। इस पर शिवगंज प्रधान जीवाराम आर्य ने कहा कि नॉन फिजिबल स्थान पर भी कार्य स्वीकृत किए गए हैं, जिससे सरकार का धन का नुकसान होगा।
सोरडा में भी नॉन फिजिबल साइट पर कार्य स्वीकृति की बात रेवदर प्रधान ने कही। इस पर उप वन संरक्षक शशिशंकर पाठक ने साइट सेलेक्शन के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रिया से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि सिरोही जिले की सूची को अंतिम रूप देने के लिए 26 दिसम्बर को बैठक होगी।
इस पर सीईओ आशाराम डूडी ने ऐसी साइट के बारे में जानकारी जुटाकर 26 दिसम्बर की बैठक में लाने का भूजल संरक्षण के एक्सईएन को कहा। जनप्रतिनिधियों ने दूसरे चरण की सूची को ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद के माध्यम से स्वीकृति नहीं करवाने की बात भी रखी।
-निजी आय बढाने के लिए रखें कार्यशाला
ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला परिषद सदस्य पुखराज गहलोत ने सदन में राय रखे। शिवगंज प्रधान जीवाराम आर्य ने इसके लिए सरपंचों की कार्यशाला रखे जाने का प्रस्ताव रखा। जिला प्रमुख ने इस पर सहमति जताई और सीईओ ने इसके लिए किए जा सकने वाले प्रयासों पर विचार करने को आश्वस्त किया।
-मंडार में जल क्षेत्र में अतिक्रमण का मुद्दा छाया
रंजू रामावत ने बैठक में मंडार में जल क्षेत्र में अतिक्रमण करके वहां पर कुएं खोदने का मुद्दा उठाया। उनके मुद्दे का समर्थन करते हुए रेवदर प्रधान पुंजाराम मेघवाल ने कहा कि अतिक्रमण के कारण जलस्रोत पूरी तरह से बाधित हो गया है। इस संबंध में जिला प्रमुख ने शीघ्र जांच करके कार्रवाई करने को कहा।
-नवोदय विद्यालय में स्थिति खराब
जिला परिषद सदस्य पुखराज गहलोत ने जिला कलक्टर को नवोदय विद्यालय कालन्द्री की बदहाल स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वहां पर टॉयलेट गंदे हैं। नेता और अधिकारी सिर्फ वहां जाकर फोटो खिंचवाकर आते हैं, वहां की बदहाल स्थिति से बच्चों को हो रही समस्या को कोई नहीं हल करता।
जिला परिषद बैठक का विडियो…