जयपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व राजस्थान प्रभारी गुरूदास कामत के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मण्डल ने मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात कर मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को पद से हटाने की मांग को लेकर ज्ञापन प्रस्तुत किया।
ज्ञापन में राष्ट्रपति को अवगत करवाया गया कि दस्तावेजों से पुष्ट हुआ है कि राजस्थान प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे द्वारा देश की समस्त वैधानिक संस्थाओं को ताक पर रखकर पद का दुरुपयोग कर देश के वांछित भगौड़े ललित मोदी को ट्रेवल डॉक्यूमेंट दिलवाने में मदद की गई।
साथ ही उन्होंने विदेशी सरकार से गुजारिश की कि उनके द्वारा की गई इस अनुशंषा को भारत सरकार से छिपाया जाये जिसका खुलासा स्वयं ललित मोदी ने किया तथा मुख्यमंत्री के स्तर पर इसकी स्वीकारोक्ति की गई है। उनका यह कृत्य राष्ट्र के साथ विश्वासघात है।
ज्ञापन में यह भी उल्लेखित किया गया कि मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार व सरकारी सम्पत्ति को निजी स्वामित्व का बताने सहित अनेकों आरोप प्रमाणित हुए है। उक्त कृत्यों ने उनके मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर निरन्तर रहने के नैतिक औचित्य को समाप्त कर दिया है क्योंकि उन्होंने शपथ को भंग किया है जिससे उनकी निष्ठा संदिग्ध हो गई है।
ज्ञापन के माध्यम से कांग्रेस के प्रतिनिधि मण्डल ने राष्ट्रपति से निवेदन किया कि संविधान की रक्षा हेतु राजे को अविलम्ब पदमुक्त करें जिससे भारत के गरिमामयी लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा की जा सके।
ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति को यह भी अवगत करवाया गया कि इस संदर्भ में प्रदेश के राज्यपाल कल्याण सिंह से प्रदेश कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमण्डल 10 जुलाई को राजभवन जाकर मिला था तथा राजे को पदमुक्त करने की मांग रखी गई थी।
प्रतिनिधिमण्डल में पायलट एवं कामत के साथ नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी,प्रभारी सचिव मिर्जा इरशाद बेग,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, एआईसीसी महासचिव डॉ.सी,पी, जोशी,मोहन प्रकाश,पूर्व केन्द्रीय मंत्री चंद्रेश कुमारी,नमोनारायण मीणा,जितेन्द्र सिंह,महादेवसिंह खण्डेला,लालचंद कटारिया, सांसद अश्कअली टाक,नरेन्द्र बुढानिया,विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा सहित अन्य विधायक तथा पूर्व सांसद व प्रमुख कांग्रेसजन उपस्थित रहे। राष्ट्रपति ने प्रतिनिधिमण्डल की बात को विस्तारपूर्वक सुना।