अहमदाबाद। कांग्रेस ने गुजरात के अपने दिग्गज नेता अहमद पटेल की मंगलवार को राज्यसभा चुनाव में जीत के दूसरे ही दिन बुधवार को 14 बागी विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया, जिनमें पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला भी शामिल हैं। कांग्रेस ने बागी विधायकों को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव पटेल ने इस बीच पार्टी के शेष विधायकों एवं कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव में 125 सीटें जीतने का लक्ष्य हासिल करने के लिए कमर कसने का आह्वान किया।
गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने बताया कि पार्टी ने शंकरसिंह वाघेला सहित व्हिप का उल्लंघन कर राज्यसभा चुनाव में पटेल के खिलाफ मतदान करने वाले सभी आठ विधायकों को निष्कासित कर दिया है। दोशी ने बताया कि कांग्रेस विधायकों के खिलाफ यह कार्रवाई तकनीकी आधार पर की गई है।
उन्होंने कहा कि हमने छह अन्य विधायकों के खिलाफ भी यही कार्रवाई की है, जिन्होंने पार्टी द्वारा राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार पटेल के पक्ष में मतदान करने के लिए व्हिप जारी करने के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
दोशी ने कहा कि पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के चलते वे किसी भी तरह का चुनाव लड़ने की योग्यता खो चुके हैं। दोशी ने कहा कि अब हम इन सभी 14 विधायकों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू करेंगे, ताकि वे अगले छह वर्षो तक कोई भी चुनाव न लड़ सकें।
निष्कासित किए गए कांग्रेस विधायकों में वाघेला के अलावा वाघेला के बेटे महेंदर सिंह वाघेला और वाघेला के विश्वासपात्र राघवजी पटेल, भोलाभाई गोहिल, आनंद चौधरी, सी. के. राउलजी और धर्मेद्र सिंह जडेजा शामिल हैं। इन सभी ने राज्यसभा चुनाव में पटेल के खिलाफ मतदान किया था।
साणंद से एक अन्य कांग्रेस विधायक करमशी पटेल को भी क्रॉस वोटिंग करने के चलते निष्कासित कर दिया गया है। करमशी भाजपा के तोड़फोड़ से बचाने के लिए बेंगलुरू भेजे गए 44 कांग्रेस विधायकों में शामिल थे।
इस बीच अहमद पटेल के पक्ष में मतदान करने वाले सभी 43 विधायकों ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की और आगामी विधानसभा चुनाव में पूरे दमखम के साथ लड़ने का संकल्प लिया।