नई दिल्ली। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता जयंती नटराजन द्वारा राहुल गांधी पर आरोप लगाने के बाद पूरी पार्टी उनके बचाव में आगे आ गयी है। कांग्रेस नेताओं ने नटराजन के आरोपों को बेबुनियाद बताया।
पार्टी नेताओं ने कहा कि इससे नटराजन के छुपे हुए इरादे का पत्ता चल गया। कांग्रेस नेता और पूर्व केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश और विरप्पा माईली ने जयंती नटराजन के आरोपों को बकवास बताया। वहीं पार्टी प्रवक्ता पी सी चाकों ने कहा कि इससे उनके छुपे हएु इरादा का पता चल जाता है।
रमेश ने कहा कि राहुल के खिलाफ उनके आरोप न सिर्फ पूरी तरह से अनुचित हैं बल्कि यह विचलित कर देने के हद तक निराधार भी हैं। रमेश ने कहा वह 25 महीने तक पर्यावरण मंत्री रहने के नाते मैं पूरी ईमानदारी से यह कह सकता हूं कि राहुल गांधी ने किसी मौके पर मुझे प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कभी यह नहीं कहा कि मेरे मंत्री पद की जिम्मेदारी के निर्वहण में मुझे क्या करना है और क्या नहीं करना है।
वहीं एम वीरप्पा मोइली ने आरोपों को बकवास बताते हुए कहा कि राहुल गांधी ने मंत्रालय के कामकाज में कभी भी हस्तक्षेप नहीं किया। मोइली नटराजन के बाद पर्यावरण मंत्री बने थे। मोइली ने बेंगलूरू में कहा कि न तो राहुल गांधी की और न ही सोनिया गांधी की कभी भी सत्ता की मांग रही और यही कारण है कि वे सरकार से बाहर बने रहे।
कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने कहा कि नटराजन ने कहा कि छिपे हुए इरादे के साथ पार्टी उपाध्यक्ष के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाये हैं। उन्होंने नटराजन के आरोपों की हवा निकालने का प्रयास करते हुए इस बात पर हैरानी जताई कि आखिर तमाम अवसरों के बावजूद उन्होंने पिछले एक साल के दौरान पार्टी मंच पर इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया।
वहीं राहुल के नजदीकि कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि न तो सोनिया गांधी ने और न ही राहुल गांधी ने कभी भी सरकारी मामले में दखल दिया। अगर उन्हें ऐसा करना होता तो वे मंत्री या प्रधानमंत्री बन जाते। इस तरह की बातों का कोई मतलब नहीं है। सिंह ने नटराजन पर कटाक्ष करते हुए हैरानी जताई कि इतने समय बाद उन्हें ये सब बातें कैसे याद हैं।