नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा पर जेएनयू परिसर में विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के बाद लौटते समय शनिवार रात शारीरिक रूप से हमला किया जिसमे उनके कान में चोट आई है। उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाने जाने के मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता शर्मा ने कहा कि शनिवार रात जेएनयू परिसर में विरोध प्रदर्शन में भाग लेने के बाद लौटते समय एसपीजी को राहुल गांधी को एक वैकल्पिक वाहन में ले जाना पड़ा क्योंकि कथित हमलावरों ने कांग्रेस उपाध्यक्ष का वाहन भी घेर लिया था।
उन्होंने दावा किया कि यह ‘हमला’ विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन स्थल से कुछ दूरी पर हुआ और एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने ‘अंधेरे’ का फायदा उठाया। शर्मा ने कहा कि हमले के बाद मेरे बाएं कान से खून बह रहा था और मुझे कुछ चोटें भी लगीं।
उन्होंने कहा कि उनके निजी सुरक्षा अधिकारी को भी हमलावरों ने पीछे से धक्का दिया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वह गांधी से ‘कुछ कदम’ पीछे थे। शर्मा ने बताया कि उनके पीएसओ ने पुलिस में शिकायत दी है।
जेएनयू की घटना : मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
दूसरी तरफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाने जाने के मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश शनिवार को दिए। इसी घटना के संदर्भ में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि इस बात के दावे किए जा रहे हैं कि जेएनयू छात्र नेताओं ने भारत विरोधी नारे लगाए तथा विरोधी दावे हैं कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने यह किया। सत्य का पता लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने जिला मजिस्ट्रेट को जांच के आदेश दिए हैं।