लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की डूबती नैया को बचाने का ठेका लेने वाले प्रशांत किशोर माल एवेन्यू स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय में वाररूम बनवा रहे हैं। इस वाररूम की खासियत यह है कि इसमें कांग्रेसियों का भी प्रवेश वर्जित रहेगा। इस रूम में केवल पीके टीम से जुड़े सदस्य ही प्रवेश पा सकेंगे।
इस वार रूम से जहां प्रदेश की विपक्षी पार्टियों पर हर स्तर पर हमला बोला जायेगा और उनके द्वारा किये जाने वाले हमलों का करारा जवाब दिया जायेगा वहीं कांग्रेस के घोषित प्रत्याशियों की क्षेत्र में सक्रियता और उनकी कार्य प्रणाली पर भी नजर रखी जायेगी। आवश्यक समझने पर प्रत्याशियोें को टीम पीके प्रचार के टिप्स भी देंगे।
उस टीम के अलावा किसी भी बाहरी व्यक्ति के अंदर जाने पर सख्त मनाही है। कांग्रेस नेताओं की मानें तो यूपी के चुनाव की मोनिटरिंग के लिए हर जिले में वाॅर रूम बनाया जाएगा और वहां से ही चुनाव पर नजर रखी जाएगी।
जबकि मुख्यालय में बना वाॅर रूम से प्रदेश भर पर नजर रखी जाएगी। इस वाॅर रूम से यूपी की हर योजना को अमल में लाने का काम किया जाएगा जबकि पीके का मेन ऑफिस दिल्ली से भी नजर रखेगा।
चुनाव के दौरान हर जिले के लिए को-आर्डिनेटर होगा। लगभग दो सौ लोगों की टीम मुख्यलाय से ही चुनाव पर नजर रखेगी, यह सोशल मीडिया से लेकर कैम्पेनिग के हर काम पर अपनी नजर रखेगी।
जबकि चुनाव के पहले शार्ट टर्म के लिए भी कार्यकर्ता हायर किए जा सकते हैं। लेकिन हर विधान सभा क्षेत्रवार उनकी संख्या क्या होगी और उन्हें इसके लिए कितना पेमेंट किया जाएगा इस बात का खुलासा नहीं हो सका है।
ऑफिस की जिम्मेदारी संभाल रहे पीके की टीम के एक सदस्य के मुताबिक जल्द ही हमारी टीम एक्टिव हो जाएगी और हमारा काम दिखने लगेगा। माल एवेन्यु स्थित मुख्यालय के तीसरे ताल पर पीके को वाॅर रूम बनाने को जगह दी गई है।
गौरतलब हो कि पीके की टीम सूबे की जमीनी हकीकत का जायजा लेने यूपी के तीन मंडलों में जा रही हैं। अगर सब कुछ सही रहा तो मई के अंत तक पूरे प्रदेश में यह काम पूरा हो जाएगा।
जमीनी हकीकत का जायजा लेने के बाद अगला काम जो भी फाइंडिंग्स है उसके अनुसार आगे की रणनीति तय की जायेगी। इस वाॅर रूम से यूपी की हर योजना को अमल में लाने का काम किया जाएगा जबकि पीके का मेन ऑफिस दिल्ली से भी नजर रखेगा।