नई दिल्ली। चार राज्यों के विधानसभा में करारी हार और गोवा-मणिपुर में सरकार बनाने की चूक के बाद कांग्रेस के भीतर घमासान शुरू हो गया है।
अध्यक्ष सोनिया गांधी की गैरमौजूदगी में उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में दोनों कांग्रेस राज्यों में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद सरकार बनाने में नाकामयाब रही।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते कहा कि अब पार्टी की सर्जरी, फेरबदल या नई टीम बनाने का भी कोई फायदा नहीं होने वाला है।
इसके साथ ही गोवा में सरकार बनाने के लिए समर्थन जुटाने में विफल रहने को लेकर कांग्रेस विधायक भी राहुल से नाखुश हैं।
विधायकों ने कांग्रेस उपाध्यक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि पार्टी को आगे ले जाने के लिए उऩको फिर से विचार करना चाहिए।
स्थानीय नेताओं ने कांग्रेस नेताओं ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जबरदस्त हार और गोवा एवं मणिपुर में सबसे ज्यादा सीट जीतने के बाद भी सरकार बनाने में विफलता का ठीकरा भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर फोड़ा है।
हालांकि इस पूरे प्रकरण में राहुल गांधी के साथ-साथ पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह पर भी सवाल उठ रहे हैं।
जिस समय गोवा के एक पांच सितारा होटल में बैठकर दिग्विजय सिंह विधायक दल का नेता चुनने की माथापच्ची कर रहे थे, उसी समय गोवा की राजनीति दूसरी करवट ले रही थी जिसके बाद भाजपा को सफलता हासिल हो गई।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की गैरमौजूदगी में उपाध्यक्ष राहुल गांधी नई टीम का ऐलान कर सकते हैं। हालांकि इस बात की पुष्टि अभी किसी ने नहीं की है। जानकारों का मानना है कि नई टीम से भी कांग्रेस को कुछ खास फायदा होने वाला नहीं है।