नई दिल्ली। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अब आम आदमी की तरह नही रहना चाहते हैं।
जबकि, आप वो पार्टी है जिसकी स्थापना यह कह कर हुई थी कि उसके लोग आम आदमी की तरह रहना चाहते हैं। आप पार्टी पूरी तरह से वीवीआईपी कल्चर के खिलाफ है। लेकिन, सत्ता में आने के बाद पार्टी विधायक अपने सभी आदर्श भूल गए हैं।
लिहाजा, अब के नेता और विधायक आम आदमी की तरह नहीं रहना चाहते बल्कि, सब के सब वीआईपी कल्चर की तरह रहना चाहते है ।
बकौल अजय माकन, किस प्रकार से 21 विधायकों को संसदीय सचिव बना दिया गया । 13 मार्च को नोटिफिकेशन निकाला गया और उसमें संसदीय सचिवों को मंत्रियों के साथ नियुक्त किया गया।
यही नहीं करीब 200 के करीब लोगों को मुख्यमंत्री के साथ लगाया जाता है और कई पर तो लाखों रुपए महीने पर और करोड़ों रुपए साल के खर्च किये जाते हैं।
ये ऐसे लोग हैं जो पार्टी के कार्यकर्ता है और इनके पास कोई शैक्षणिक योग्यता नहीं है और जिसमें ड्राइवर और एलडीसी की नियुक्ति गर्ई है ।
आप पार्टी के विधायक को विधानसभा में 4-5 महीने हुए हैं और वे भी अपना वेतन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, आप में पूरा का पूरा वीआईपी और वीवीआईपी का कल्चर साधारण विधायक नहीं रहना और संसदीय सचिव बनना और मंत्री तुल्य सुविधाएं लेना और उनको बेकडेट से कानून बनाकर रेगुलराइज करके उनको सुविधाएं देना ये सारी की सारी चीजे हम देख रहे हैं ।