जयपुर। गुजरात और हिमाचल चुनाव में कांग्रेस भले ही मात खा गई हो लेकिन मंगलवार को राजस्थान के स्थानीय निकाय उपचुनाव में कांग्रेस ने जिला परिषद की सभी चार सीटों पर कब्जा कर लिया।
स्थानीय निकायों के परिणामों में कांग्रेस ने सभी चार जिला परिषद की सीटों, 27 में से 16 पंचायत समितियों और छह नगर पालिकाओं की सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, सत्तारूढ बीजेपी 10 पंचायत समिति और सात नगरपालिका सीटों पर जीत दर्ज कर सकी।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार चार जिला परिषदों में से सत्ताधारी भाजपा के पास पिछले चुनाव में एक सीट थी, जो इस बार कांग्रेस की झोली में चली गई। स्थानीय निकाय उप चुनाव 19 जिलों के 27 पंचायत समितियों, 12 जिलों की 14 नगरपालिकाओं और चार जिला परिषदों में बीते 17 दिसंबर को मतदान हुआ था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने स्थानीय निकाय उपचुनाव के परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि निकाय उपचुनावों के परिणामों ने यह सिद्ध कर दिया है कि अब बीजेपी की राजस्थान में उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
उन्होंने बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस पिछले चार सालों में जनता की भावनाओं को सामने लाती रही जिससे आम जनता में कांग्रेस के प्रति विश्वास बढ़ा है। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रदेश में होने वाले आगामी अलवर और अजमेर लोकसभा सीटों ओर मांडलगढ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भी जनता कांग्रेस को जीत दिलाएगी।
स्थानीय निकाय चुनाव के नगरपालिका परिणाम में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह के गढ़ माने जाने वाले बारां जिले के दो वार्ड पर सत्ताधारी बीजेपी को मिली हार पार्टी के लिए एक झटका है। वहीं, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा कि स्थानीय निकाय परिणाम पार्टी के लिए अच्छे रहे और कई ऐसी सीटें है जो विपक्ष कांग्रेस के पास थी और बीजेपी ने छीन ली।