बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पर जम्मू एवं कश्मीर के अलगाववादियों और पाकिस्तान के लोगों की भाषा बोलने और सैनिकों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए विपक्षी नेता पी. चिदंबरम के उस बयान के संदर्भ में पार्टी को निशाने पर लिया, जिसमें उन्होंने समस्याओं से जूझ रहे राज्य को अधिक स्वायत्ता देने की मांग की थी।
मोदी ने यहां उपस्थित भाजपा के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू एवं कश्मीर की खातिर हजारों भारतीय जवानों ने अपना जीवन बलिदान किया है और कल वे (कांग्रेस) उन लोगों के सुर में सुर मिलाते देखे गए, जो भारत से आजादी चाहते हैं। यह हमारे जवानों का अपमान है। कांग्रेस को यह कहने में शर्म तक महसूस नहीं हुई।
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने शनिवार को कहा था कि जम्मू एवं कश्मीर के लिए वार्ताकार की नियुक्ति ध्यान बंटाने के लिए की गई है। उन्होंने कहा था कि कश्मीर घाटी में आजादी की मांग महसूस की जा रही है, जिसका मतलब लोग ज्यादा स्वायत्तता चाहते हैं।
चिदंबरम ने कहा था कि मुझे लगता है कि हमें गंभीरतापूर्वक इस बात का पता करना चाहिए और विचार करना चाहिए कि राज्य के किन क्षेत्रों को हम स्वायत्तता दे सकते हैं।
चिंदबरम के बयान के बाद कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए मोदी ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या ऐसे लोगों से देश को लाभ मिल सकता है?
उन्होंने कहा कि हमारा देश ऐसे लोगों की छत्रछाया में प्रगति नहीं कर सकता, जो हमारे जवानों के बलिदान पर राजनीति कर रहे हैं। उनके कल दिए बयान के आधार पर मैं समझ सकता हूं कि उन्हें (कांग्रेस) सर्जिकल स्ट्राइक से परेशानी क्यों थी। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने डोकलाम में गतिरोध को लेकर भी कई भ्रामक बातें फैलाईं।
मोदी ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड हवाईअड्डे के बाहर हुई भाजपा रैली में कहा कि ऐसा लगा कि लगातार हार के बाद पार्टी के कुछ बुद्धजीवी लोग कांग्रेस को सही रास्ते पर वापस ले आएंगे, लेकिन ऐसा मालूम पड़ता है कि कांग्रेस अपनी गलतियों से नहीं सीखना चाहती, जबकि अक्सर लोग अपनी गलतियों से सीखते हैं।