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congress still paying the price of emergency : Rajnath Singh
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जम्मू-कश्मीर को दुनिया की कोई ताकत भारत से जुदा नहीं कर सकती : राजनाथ सिंह

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जम्मू-कश्मीर को दुनिया की कोई ताकत भारत से जुदा नहीं कर सकती : राजनाथ सिंह
congress still paying the price of emergency : Rajnath Singh
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रांची। जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और रहेगा। दुनिया की कोई ताकत कश्मीर को हमसे अलग नहीं कर सकती। रविवार को यह बातें गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहीं।

सिंह रविवार को रांची महानगर भाजपा (जिला और ग्रामीण) की ओर से हरमू मैदान में आयोजित हरियाली शपथ समारोह सह लोकतंत्र प्रहरी दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संकट से पूरा विश्व चिंतित है। इसे बचाने के लिए सिर्फ भारत ही नहीं, पूरे विश्व को जुटना चाहिए।

झारखंड सरकार का यह अभियान बहुत ही अच्छा है। लेकिन इसमें सरकार के साथ-साथ सभी राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमसब मिलकर झारखंड को हरियाली से संपन्न राज्य बनाएंगे।

सिंह ने आपातकाल की चर्चा करते हुए कहा कि आज से 41 वर्ष पहले देश में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल लगाया गया था। पुनः यह हालात दुहराया न जाए, इसके लिए 23 जून से 6 जुलाई तक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस मनाया जा रहा है।

डॉ श्यामा मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता विचारधारा के साथ आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि मुखर्जी का जन्म 1901 में हुआ। 34 वर्ष की आयु में वह कोलकाता विश्वविद्यालय के कुलपति बने।

प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के मंत्रिमंडल में वह मंत्री थे। लेकिन भारत प्रशासनिक सेवा में देशहित में कार्य नहीं हो रहा था। मुखर्जी ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर का भारत में पूर्ण विलय होना चाहिए। लेकिन सरकार इस पर गंभीर नहीं थी। कश्मीर की ही जेल में उनकी संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई।

उन्होंने कहा कि पहले जम्मू कश्मीर और भारत में दो संविधान चलते थे। जिसका मुखर्जी ने विरोध किया था। जवानों के बलिदान के कारण जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना। उन्होंने कहा कि झारखंड माओवाद प्रभावित क्षेत्र है। इस संकट से निजात दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।

कई ऐसी चुनौतियां है। अभी हाल ही में सीआरपीएफ के जवानों ने दो आतंकियों को मार गिराया है। हालांकि हमारे 8 जवान शहीद हो गए। आतंकियों ने धोखे से जवानों पर हमला कर दिया। लेकिन जवानों ने दो को खदेड़कर मार गिराया। हमारे जवानों ने साहस का परिचय दिया।

उन्होंने देशवासियों से वादा किया कि हम आतंकवाद पर विजय प्राप्त करके रहेंगे। इसे लेकर सेना के जवानों को सख्त निर्देश दिया गया है कि पहले गोली नहीं चलायेंगे, लेकिन अगर पाकिस्तान की ओर से गोली चलेगी, तो हम गोली चलाते हुए गिनेंगे भी नहीं। हमारे जवान देश को बचाने के लिए बलिदान दे रहे हैं।

देश एकजुट होकर काम करे। उन्होंने कहा कि हिंसावादी ताकतों के खिलाफ मिलकर काम करें। आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत का नाम उंचा किया है। हमारी सरकार पर एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा है। यूपीए सरकार में 1 लाख 86 हजार करोड़ का घोटाला हुआ। लेकिन हमारी सरकार में 2 लाख करोड़ का मुनाफा हुआ है।

मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि भाजपा 23 जून से 6 जुलाई तक बलिदान दिवस मना रही है। 30 जुलाई को इसे लेकर एक संगोष्ठी आयोजित की गयी है। आज के ही दिन एक अहंकारी प्रधानमंत्री ने देश में आपातकाल लगाया था। लोकतंत्र को परिवार तंत्र में बदलने की कोशिश कर रहे थे। ऐसी शक्तियों से निपटने के लिए देश के लोग बलिदान देने से पीछे नहीं हटेंगे।

आज स्वच्छ हवा, जल, पर्यावरण गिर चुका है। पेयजल संकट को पूरी दुनिया देख रही है। इसे संतुलित करने के लिए राज्य में डोभा निर्माण कार्य किया जा रहा है। अभी तक 1.73 लाख डोभा का निर्माण हो चुका है। इसके तहत गरीबों को काम दिया गया। दो हजार तालाब निर्माण का कार्य चल रहा है। एक हजार पूरा होने के कगार पर है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने एक करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है। सभी लोग अपने घर में कम से कम पांच पेड़ जरुर लगायें और पर्यावरण को बचायें। इसमें जनता की भागीदारी की जरुरत है। सभी राजनीतिक दल और सामाजिक संस्था से उपर उठे और पेड़ लगाये। आज गर्मी बढ़ रही है। पूरा झारखंड हरियाली प्रदेश के नाम से जाना जाता था। आज हम काला दिन मना रहे है। सभी लोग लोकतंत्र को बचाने का काम करें।

मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि यहां की हरियाली बरकरार रखने की जरुरत है। पेड़ों को संरक्षण दें। राज्य को हरियाली बनाना हम सब की जिम्मेवारी है। आपातकाल लगाकर लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया गया था। नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि राज्य बनने के बाद पहली बार इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सरकार का यह क्रांतिकारी निर्णय है। एक व्यक्ति समर्पण भाव से पेड़ लगाए। जलवायु परिवर्तन होने के कारण पेयजल संकट होता है।

मौके पर राज्य सभा सांसद महेश पोददार, रामटहल चौधरी, रवीन्द्र कुमार राय, विधायक नवीन जायसवाल, राम कुमार पाहन, डा. जीतू चरण राम, अनंत ओझा, मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, महानगर अध्यक्ष मनोज मिश्रा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।