नई दिल्ली। कांग्रेस ने आगामी 9 मार्च से शुरू होने वाले शेष बजट सत्र के दोनों सदनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। गुरुवार को ही बजट सत्र का प्रथम चरण खत्म हो गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता आनंद शर्मा ने गुरुवार को आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया है।
उन्होंने संसद में लोकतंत्र का अपमान किया है जिसे कांग्रेस किसी भी कीमत पर स्वीकार करेगी। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा में बैठने की बजाय वॉकआउट करना बेहतर समझा और आगे भी प्रधानमंत्री का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
आनंद शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिजनेस एडवाजरी कमेटी में विपक्ष को कहा गया था कि प्रधानमंत्री विपक्ष को किसी भी मुद्दे पर कोई स्पष्टीकरण नहीं देंगे। यह विपक्ष और लोकसभा अध्यक्ष के प्रति तानाशाह रवैया है, इसलिए कांग्रेस इस पूरे बजट सत्र का बहिष्कार करेगी।
उन्होंने दोहराया कि प्रधानमंत्री को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। शर्मा ने कहा कि नोटबंदी के बाद कामगारों को नुकसान हो रहा है। इकोनॉमी को दोबारा पटरी पर आने में समय लगेगा।
इकोनॉमी सर्वे में जो डेटा दिया गया है वह आठ नवम्बर से पहले का दिया गया है। वह नवम्बर-दिसम्बर से मेल नहीं खाता है। आने वाले समय में ये उद्योग के जगत के लिए और भी कष्टदायक है। बजट के दौरान मनरेगा में जो बजट में रखा गया है वह केंद्र ने मजबूरी में रखा। इसलिए बजट में भी मामूली बढ़त है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो चार कारण गिनाए हैं कालेधन, भ्रष्टाचार, नकली नोट और आतंकवादियों की फंडिग को खत्म करने का जो तर्क दिया गया था। जिस पर अब भी अंकुश नहीं लग पाया है।