गुरुग्राम। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के राजनीतिक सलाहकार के साथ गांधी-नेहरू परिवार के वफादार के रूप में मशहूर वरिष्ठ कांग्रेस नेता माखनलाल फोतेदार का गुरुवार को निधन हो गया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के ‘चाणक्य’ नाम से चर्चित फोतेदार पिछले कुछ समय से बीमार थे।
पार्टी के एक नेता ने बताया कि बेचैनी की शिकायत के बाद वरिष्ठ नेता को गुरुग्राम के सुशांत लोक स्थित उनके घर से उन्हें मेडिसिटी मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने अस्पताल में ही अंतिम सांस ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उनके निधन पर गहरी संवेदना प्रकट की है।
उन्होंने कहा कि फोतेदार कांग्रेस के लिए प्रकाश स्तंभ के समान थे। उनकी कमी को कभी भी भरा नहीं जा सकता। सोनिया ने कहा कि पांच दशक से ज्यादा के अपने लंबे और सक्रिय राजनीतिक जीवन में फोतेदार ने लोगों के अधिकारों के लिए अथक लड़ाइयां लड़ीं और अत्यंत ईमानदारी से काम किया।
फोतेदर, कश्मीर घाटी के अनंतनाग में मटान के एक मध्यम वर्ग के कश्मीरी ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए थे। सन् 1950 के दशक में उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के कार्यकाल में राजनीति में कदम रखा था।
उन्होंने 1980 से 1984 तक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के राजनीतिक सचिव के रूप में कार्य किया था। फोतेदार उनके विश्वासपात्रों में से एक थे। 1984 में इंदिरा की हत्या कर दी गई थी।
फोतेदार इंदिरा को प्रमुख मुद्दों पर सलाह भी दिया करते थे। वह कांग्रेस कार्य समिति (पार्टी की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली समिति) के स्थायी आमंत्रित सदस्य थे।