कानपुर। गलत बयानबाजी का आरोप लगाते हुए कांगे्रसियोंने भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के काफिले पर सडे अंडे, टमाटर व कूडा फेंककर विरोध दर्ज कराया। इसके साथ ही उन्हें काले झण्डे भी दिखाए गए।
हंगामा कर रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर भगाया। जिसमें कई नेता चोटिल हो गए।भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी वीएसएसडी कालेज के सेमिनार में भाग लेने के लिए शुक्रवार को शहर आए हुए थे।
शनिवार को सर्किट हाउस से जब भाजपा नेता का काफिला कालेज के लिए चला तो पहले से ही तैयारी किए हुए कांगेसियों ने नरौना चौराहे के पास काफिले को रोक लिया। इसके बाद वे विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान उनके काफिले पर सडे अंडे, टमाटर व कूडा भी फेंका गया। इसके साथ ही काले झण्डे भी दिखाए गए।
करीब 10 मिनट तक काफिला चौराहे पर रूका रहा। भाजपा नेता के साथ चल रहे सीआरपीएफ के जवानों व पुलिस ने कांग्रेसी नेताओं पर लाठी चार्ज कर दिया। जिसमें कई नेता घायल हो गए। पुलिस की लाठीचार्ज के बाद कांग्रेसी तितर-बितर हुए तब जाकर काफिला चैराहे से निकल पाया।
कांग्रेसियों का कहना
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस कमेटी के नगर अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने बताया कि भाजपा नेता आए दिन विवादित बयान देते हैं। पाटी अध्यक्षा सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर नेशनल हेराल्ड केस में घसीटा। जेएनयू के स्टूडेंट्स और टीचर्स को नक्सली करार दिया। ऐसे में क्या हम इनका स्वागत फूल मालाओं से तो करेंगे नहीं। जब तक इस तरह की बयानबाजी बंद नहीं करेंगे तब तक इनका ऐसा ही विरोध करते रहेंगे। विरोध प्रदर्शन के दौरान अब्दुल मन्नान, मो. हाशिम, पवन गुप्ता, शंकर दत्त मिश्र सहित कई दर्जन कांग्रेसी मौजूद रहेेें।
इसलिए हुआ विरोध
बीजेपी नेता सुब्रह्मण्डय स्वामी को अपने तीखे बयानों के लिए जाना जाता है। नेशनल हेराल्ड केस में उन्होंने ही सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। जिसमें स्वामी ने आरोप लगाया कि दोनों ने कुछ लोगों के साथ मिल कर नेशनल हेराल्ड अखबार की पांच हजार करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी हथियाने के लिए घपला किया। जिससे सोनिया, राहुल की काफी फजीहत हुई, जुर्माना भी भरना पड़ा। जेएनयू मामले पर वामी ने अपने बयान में जेएनयू के स्टूडेंट्स और टीचर्स को नक्सली करार दिया। राहुल गांधी पर भी कमेंट करते हुए कहा था कि उनका आईक्यू बहुत कम है।
शहर में स्वामी के बोल
शुक्रवार को भाजपा नेता ने बयान दिया था कि देश में पांच प्रतिशत देशद्रोही है। जिनमें सबसे ज्यादा जेएनयू में हैं। उन्होंने कहा कि जेएनयू को कम से कम चार महीनों के लिए बंद कर देना चाहिए। दोबारा खुलने पर छात्रों से एफिडेविट लिया जाना चाहिए कि वो भारतीय संविधान को सर्वोपरि मानेंगे।
अधिवक्ताओं ने भी किया विरोध
बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री नरेश चन्द्र त्रिपाठी के नेतृत्व में दर्जनों अधिवक्ताओं ने भाजपा नेता का विरोध किया। स्वामी शर्म करों की तख्तियां लिए अधिवक्ताओं ने नवाबगंज चैराहे पर घंटों विरोध प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं का कहना है कि जिस प्रकार कांग्रेस सरकार ने दिग्विजय सिंह को खुली छूट दी थी। उसी प्रकार भाजपा ने स्वामी को छूट दे रखी है। जिसके चलते आए दिन स्वामी विवादित बयान देते रहते हैं।
क्या कहती है बीजेपी?
भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने बताया कि इस तरह काफिले पर सडे अंडे, टमाटर व कूडा फेकना संविधान के खिलाफ है। सत्ताधारी पार्टी सपा की मिलीभगत के चलते पुलिस ने एक्सन नहीं लिया। जिसके चलते कांग्रेसी घिनौनी हरकत करने में सफल रहें। जबकि सर्किट हाउस से निकलने के पहले एसपी पूर्वी सोमेन वर्मा को सूचना दी जा चुकी थी। हम लोग कांग्रेसियों के खिलाफ शिकायत कर मुकदमा दर्ज कराएंगें।