जोधपुर। एम्स में ऑपरेशन के बाद अलग किए गए लव-कुश की सेहत में अब सुधार है। आईसीयू में चिकित्सकों की पूरी टीम लगातार उन पर नजर रख रही है।
एम्स के निदेशक डॉ. संजीव मिश्रा ने बताया कि करीब चार वर्ष पूर्व जोधपुर में शुरू हुए एम्स ने अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप एक बेहद जटिल ऑपरेशन कर जन्म से आपस में जुड़े दो बच्चों को अलग करने में कामयाबी हासिल की।
40 चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों की टीम ने दस घंटे के अथक प्रयास के बाद एक जिस्म दो जान के रूप में पैदा हुए बेबीज ऑफ सीता नाम से प्रसिद्ध इन बच्चों को अलग कर दिया।
दोनों बच्चे अब आईसीयू में है और उनकी सेहत में सुधार हो रहा है। दोनों बच्चों की तबीयत ठीक है। रात आराम से गुजरी। यह अच्छा संकेत है। आईसीयू में चिकित्सकों की पूरी टीम लगातार उन पर नजर रख रही है।
अब संभालने की चुनौती
चिकित्सकों के समक्ष अब इन बच्चों के स्वास्थ्य में लगातार सुधार की चुनौती है। अलग किए जाने से पूर्व इनका संयुक्त वजन 6.2 किलोग्राम था। अब दोनों का वजन आधा-आधा रह गया है। ऐसे ऑपरेशन के बाद इंफेक्शन का सबसे बड़ा खतरा रहता है। चिकित्सक इससे बचाने को पूरा प्रयास कर रहे है।