कानपुर। नर्वल थाने में तैनात एक कांस्टेबल ने बीतीरात डयूटी के दौरान खुद पर सूजे से कई वार कर घायल कर लिया। चीख-पुकार सुनकर साथी सिपाहियों ने उसे इलाज के लिए चिकित्सालय में भर्ती करवाया, लेकिन हालत नाजुक होने पर डाक्टरों ने उसे हैलट रेफर कर दिया।
इटावा निवासी 50 वर्षीय दिवारीलाल नर्वल थाने में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। सोमवार को थाने में रात की ड्यूटी के दौरान कांस्टेबल ने खुद सूजे से अपने ही पेट पर कई वार किये। घावों के कारण वह दर्द से चिल्लाने लगा तो उसके साथी सिपाही उसके पास आये। उसकी हालत देखकर तुरंत दिवारीलाल को इलाज के लिए सीएचसी अस्पताल में भर्ती कराया। एसओ ने घटना की जानकारी परिजनों को दी, वहीं डाक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताते हुए हैलट रेफर कर दिया। अस्पताल पहुचे परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर यह आरोप लगाया है कि दो सालों से दिवारीलाल थाने में ही तैनात है। उनके ट्रांसफर की बात कहने पर आधिकारी उनकी नहीं सुनते थे, इस कारण उत्पीडित होकर दिवारीलाल ने यह कदम उठाया है। वहीं थानाध्यक्ष रमाशंकर पाण्डेय ने इस बात से साफ इंकार किया है और बताया है कि कांस्टेबल की कुर्सी में झपकी लग गई और वह गिर पड़े। जमीन पर पड़ा सुजा उनके पेट में चुभ गया, लेकिन परिजनों ने पुलिस पर लापरवाहीं व प्रताड़ना का आरोप लगाया है।