पाली। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने संभाग के पाली जिले में नाडोल चौकी में तैनात कांस्टेबल हरिकिशन को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है।
उसने एक मामले में कार्रवाई के नाम पर यह रिश्वत मांगी थी। ट्रैप की कार्रवाई पाली एसीबी के एएसपी कैलाशदान के नेतृत्व में की गई।
एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार नाडोल चौकी में तैनात बिठूंड़ा (मारवाड़ जंक्शन) निवासी कांस्टेबल हरिकिशन पुत्र रामलाल दमामी को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेतेे पाली-नाडोल मार्ग पर बुधवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
आरोपित कांस्टेबल ने जीवन कलां निवासी परिवादी दिनेश कुमार गोद पुत्र दूदाराम सीरवी से दर्ज केस में कार्रवाई करने के बदले 15 हजार रुपए रिश्वत के रूप में मांगे थे।
पांच हजार रुपए परिवादी ने मंगलवार को दे दिए थे तथा 10 हजार रुपए बुधवार को देने तय हुए। परिवादी की शिकायत पर एसीबी ने कार्रवाई करते हुए कांस्टेबल हरिकिशन को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
51 हजार पाने के लालच में गवां दिए 25 हजार
पाली जिले में कमठा मजदूर को ड्रॉ में 51 हजार रुपए खुलने का झांसा देकर 25 हजार रुपए ठग लिए गए। रावत नगर निवासी महेन्द्र सिंह (30) पुत्र गोपीसिंह रावत के पास 30 अप्रेल को कॉल आया। स्वयं को एक मोबाइल कम्पनी का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि कम्पनी के ड्रॉ में उनके नाम 51 हजार रुपए का इनाम खुला है।
यह राशि प्राप्त करने के लिए 9500 रुपए जमा करवान पड़ेंगे। महेन्द्र ने युवक के बताए एकाउंट में यह राशि जमा करवा दी। तीन मई 2016 को फिर फोन आया और कहा कि ड्रॉ में शामिल होने के लिए आपको 15500 रुपए और जमा करवाने होंगे। महेन्द्र ने यह राशि भी युवक के बताए एकाउंट में जमा करवा दी।
अपने बैंक एकाउंट नम्बर भी दिए लेकिन दो माह बाद भी यह राशि उसके खाते में नहीं आई। उसने फोन लगाया कि तो पांच हजार रुपए और जमा करवाने को कहा। महेन्द्र ने मना किया तो युवक ने फोन काट दिया। ठगी का शिकार युवक औद्योगिक थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने गया तो उसे कहा गया कि थानाप्रभारी आएंगे तब रिपोर्ट दर्ज करवाने आना।