नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन लोगों की संविधान में किसी तरह की आस्था नहीं रही है, न इसके निर्माण में जिनकी कोई भूमिका रही है, वे आज इसका नाम जप रहे हैं और संविधान दिवस मना रहे हैं। साथ ही संविधान के प्रति वचन-बद्धता पर बहस कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि हमें डॉ अंबेडकर की चेतावनी भी नहीं भूलनी चाहिए। जब उन्होंने कहा था कि कोई संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, यदि उसे लागू करने वाले लोग बुरे निकले, तो वह निश्चित रूप से बुरा ही साबित होगा।
सोनिया ने लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा कि सोनिया ने कहा कि आज वास्तव में ऐतिहासिक दिन है । आज खुशी का दिन है साथ ही दुख का दिन भी है, क्योंकि संविधान के आदर्शों पर जानबूझकर हमला हो रहा है।
संविधान के जिन आदर्शों और सिद्धांतों ने हमें दशकों से प्रेरित किया है, आज उन पर ख़तरा मंडरा रहा है, उन पर जान-बूझकर हमला हो रहा है। हमने पिछले कुछ महीनों में जो कुछ भी देखा है, वो पूरी तरह से उन मूल्यों के खि़लाफ़ है, जिसको संविधान द्वारा सुनिश्चित किया गया है।
सोनिया ने कहा कि जिस शानदार संविधान का हम सब सम्मान करते हैं, जिसकी रक्षा की हम शपथ लेकर संसद में प्रवेश करते हैं, उस पर ऐसे बेहतरीन आत्माओं की छाप है, जो कि संसार में कभी-कभी ही जन्म लेती हैं ।