सबगुरु न्यूज-सिरोही। आपका जिला आपकी सरकार के तहत मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की आमसभा का पांडाल में पानी भर गया है। सिरोही में सवेरे तीन बजे से हो रही बारिश के कारण यह स्थिति आई है।
जिला प्रशासन ने अरविंद पेवेलियन में मुख्यमंत्री की सभा की व्यवस्था करवाई थी। जिस स्थान का चयन प्रशासन ने सभा के लिए किया था दरअसल वह एक खेल मैदान है। यहां पर खिलाडियों के चोट लगने से बचने के लिए मिट्टी रहती है। वैसे प्रशासन ने मौसम को देखते हुए वाटर प्रुफ डोम का निर्माण करवाया था, लेकिन बालु के कारण पानी रिसकर पूरे पांडाल में भर गया है।
यहां तक की मंच के चारों ओर भी पानी भर गया है। मुख्यमंत्री के सिरोही में आपका जिला आपकी सरकार के लिए निकलने के साथ ही समस्याएं शुरू हो गई। वह गुरुवार को जयपुर से निकलीं तो खराब मौसम के कारण आपात उनके हेलीकाॅप्टर को राजसमंद के सेवांत्री के खेडा गांव की स्कूल में आपात लेंडिंग करनी पडी।
वहां से सिरोही पहुंचने में उन्हें सात घंटे की देरी हो गई। रात ग्यारह बजे यहां मीटिंग ली। इधर, शुक्रवार सवेरे करीब तीन बजे सिरोही में बारिश का दौर शुरू हो गया जो अनवरत जारी है। इसी कारण मुख्यमंत्री शुक्रवार को भी अपने निर्धारित दस बजे नहीं सर्किट हाउस से नहीं निकल पाईं। दोपहर साढे बारह बजे तक वह सर्किट हाउस में ही थी। पांडाल का हाल देखकर तो कुछ लोग यह कह गए कि गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशाशूल होने कारण यह स्थिति आ रही है।
-लाइट कनेक्शन की जद्दोजहद
प्रशासन के सामने इस मुख्यमंत्री की सभा में उजाला करना भी एक बडी समस्या बना गया है। डोम के चारों और पानी भरा है। डोम लोहे का है। ऐसे में वहां विद्युत कनेक्शन देने में भी बडी समस्या का सामना करना पड रहा है। बिना विद्युत कनेक्शन के मंच पर इतना अंधेरा रहेगा कि मंच पर बैठे लोगों के देखना भी मुश्किल होगा।
-प्रशासन जनता से दूर रखना चाहता था
मुख्यमंत्री के आगमन पर सुरक्षा में लगे पुलिस अधिकारी दुर्गसिंह का जिस तरह का जनता से व्यवहार था, लगातार बारिश से उनकी मंशा को पूर्ण नहीं कर देवे। । मुख्यमंत्री की झलक पाने के लिए खडे हुए सिरोही के आम लोगों से वह जिस कदर बदतमीजी करते नजर आए, संभवतः आज तक उस तरह की स्थिति किसी मुख्यमंत्री के दौरे में देखने को नहीं मिली।
कांग्रेस के खौफ से प्रशासन भाजपा कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और आम जनता को एक ही डंडे से हांक रहा है। ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि जब जनता, जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता को उनके पास आने ही नहीं देना था तो मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कार्यालय से सरकार को यहां लाने की कवायद क्यों की। वैसे भाजपाइयों को पहले ही भीड इकट्ठी करने का टारगेट दिया हुआ है और यह उनकी अग्निपरीक्षा का समय है। गांवों में बसें तैयार भी हैं। बारिश बंद होगी तो उनकी मेहनत भी रंग लाएगी। पांडाल में दस हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
-मुख्यमंत्री के जाने के मार्ग पर भी पानी
मुख्यमंत्री को सभा स्थल तक जाने के लिए सर्किट हाउस की दीवार तोडकर अरविंद पेवेलियन तक एक रास्ता बनाया गया है। संभवतः मुख्यमंत्री इस मार्ग से पांडाल तक की दूरी पैदल तय करती। इस अस्थायी ग्रेवल मार्ग पर भी पानी भर गया है।
-दो बजे की सभा तीन बजे शहर में भोंपू प्रचार
बारिश के कारण कार्यक्रम में पडी खलल इसी से पता चल सकता है कि मुख्यमंत्री की सभा दो बजे से शुरू होनी थी। सिरोही शहर में नगर परिषद की ओर से तीन बजे तक भोंपू घूमता नजर आया। इसमें नगर वासियों से मुख्यमंत्री की आमसभा में आने का अनुरोध किया जाता रहा और हास्यास्पद स्थिति यह थी कि तीन बजे भी कार्यक्रम का समय एक बजे बोलता दिखा।
सभास्थल मे भरे पानी का देखिये विडियो…