मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिला कारागार में 16 सिम और 20 मोबाइल फोन बरामद कर लेने के बावजूद बंदियों द्वारा फेसबुक और वाट्सएप जैसी सोशल मीडिया साइट्स का इस्तेमाल किए जाने को गंभीरता से लेते हुए पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
अपर जिलाधिकारी डीएस उपाध्याय ने बताया कि जेल प्रशासन की मिलीभगत के बगैर जेल में मोबाइल फोन, फेसबुक और वाट्सएप जैसे संचार माध्यमों एवं सोशल मीडिया साइट्स का इस्तेमाल संभव नहीं हैै। उपाध्याय ने बताया कि जेल में अनियमितताएं पाए जाने पर जेल अधीक्षक सहित कई अधिकारियों और कर्मचारियों को हाल ही में निलंबित किया गया था।
उन्होंने बताया कि अब जेल में फेसबुक और वाट्सएप जैसी सोशल साइट्स का इस्तेमाल करने की मीडिया की रिपोर्ट के बाद निश्चित तौर पर इस मामले की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद सिंह यादव ने बताया कि जिला जेल में संचार साधनों का धड़ल्ले से प्रयोग चिताजनक है और इस मामले की जांच की जा रही है।
जेल में मोबाइल फोन का प्रयोग रोके जाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। गौरतलब है कि हाल ही में जिला प्रशासन ने जेल में छापा मारकर 16 सिम कार्ड, 20 मोबाइल फोन के अलावा कई प्रतिबंधित वस्तुओं को बरामद किया गया था। मिर्जापुर जेल में कई कुख्यात अपराधी बंद है जिनमें कई नक्सली भी हैं।