सिरोही। बारावफात के जुलूस से पहले हिंदु संगठनों व भाजपा के कार्यकर्ताओं की आपत्तियों पर रविवार को कुछ देर माहौल में तनावपूर्ण हुआ। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
बारावफात के जुलूस से पहले शहर में भाजपा और हिंदुवादी संगठनों कार्यकर्ताओं ने सरजावाव दरवाजे पर लगाए गए एक बैनर के मैटर और कथित रूप से समुदाय विशेष के युवकों के शहर में बेतरतीब वाहन चलाकर जुलुस निकालने को लेकर करीब साढे ग्यारह बजे से सदर बाजार की दुकानें बंद करवानी शुरू की। भाजपा के नारायण देवासी, हेमंत पुरोहित और बजरंग दल के राकेश राजगुरु आदि के नेतृत्व में यह लोग सरजावाव दरवाजे पर पहुंचे और वहां लगे एक बैनर के मैटर पर आपत्ति जताई।
इस विवाद की जानकारी मिलने पर एडीएम प्रहलादसहाय नागा, एएसपी निर्मला विश्नोई, एसडीएम ओपी बिश्नोई, डीएसपी तेजसिंह के साथ काफी संख्या में पुलिस और आरएसी के जवान भी मौके पर पहुंचे। इन लोगों ने यहां एकत्रित दोनों समुदायों के लोगों से चर्चा की और जिस बैनर पर आपत्ति दर्ज करवाई जा रह थी उसे उतरवाया। इसके बाद सभी लोगों को दरवाजे से हटा दिया गया। इस घटनाक्रम से कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया और लोगों ने बाजार में दुकानें भी बद कर ली थी। यहां का मामला शांत हुआ तो बारावफात का जुलूस निकल चुका था।
इधर, इस तरह की घटना की सूचना मिलने पर जिला कलक्टर वी सरवन कुमार भी सरजवाव दरवाजे पर पहुंचे। एडीएम ने उन्हें पूरी स्थिति बताई। इसके बाद रामझरोखा में मीटिंग के बाद कुछ लोगों का समुह बस स्टैण्ड पर लगे बैनरों को लेकर भी आपत्ति दर्ज करवाने के लिए बस-स्टैण्ड चैराहे पर पहुंचे तो एडीएम और एएसपी और वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनके साथ सख्ती से बात करके उन्हें वहां से हटाया। इस दौरान बारावफात का जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से निकलता रहा।