नई दिल्ली। नवंबर महीने में कोर सेक्टर की ग्रोथ कमजोर रही है। इस सेक्टर में यह सुस्ती क्रूड ऑयल और नैचुरल गैस प्रोडक्शन में कमी के कारण देखने को मिली है। नवंबर महीने में कोर सेक्टर की ग्रोथ 4.9 फीसदी रही जबकि अक्टूबर माह में यह 6.6 फीसदी पर रही थी।
वित्त वर्ष 2016-17 के शुरुआती 8 महीनों (अप्रैल-नवंबर) के दौरान कोर सेक्टर की आउटपुट ग्रोथ 4.9 फीसदी रही है। हालांकि नवंबर महीने में इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन की ग्रोथ सालाना आधार पर 10.2 फीसदी रही, जो अक्टूबर की तुलना में 2.8 फीसदी ज्यादा रही।
कोयले का उत्पादन बढ़ा:
नवंबर के महीने में कोयले का उत्पादन पिछले साल की समान अवधि (नवंबर) की तुलना में 6.4 फीसदी ज्यादा रहा है। वहीं अप्रैल से नवंबर के दौरान भी पिछले साल की समान अवधि से उत्पादन 1.6 फीसदी ज्यादा रहा है। वहीं अगर पेट्रोलियम रिफाइनरी प्रोडक्शन की बात की जाए तो बीते साल नवंबर की तुलना में यह 2 फीसदी ज्यादा रहा। वहीं अप्रैल से नवंबर के दौरान प्रोडक्शन पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 8 फीसदी ज्यादा रहा है।
कम हुआ नैचुरल गैस का प्रोडक्शन:
नैचुरल गैस के प्रोडक्शन में भी नवंबर में गिरावट देखने को मिली है। पिछले साल नवंबर की तुलना में इसमें 1.7 फीसदी की कमी आई। वहीं अप्रैल से नवंबर के दौरान पिछले साल की तुलना में नैचुरल गैस प्रोडक्शन 3.7 फीसदी कम हुआ है।
क्रूड ऑयल का प्रोडक्शन कम हुआ:
नवंबर महीने में क्रूड ऑयल का प्रोडक्शन कम हुआ है। पिछले साल नवंबर की तुलना में इसमें 5.4 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। वहीं अप्रैल से नवंबर के दौरान पिछले साल की समान अवधि की तुलना में इसमें 3.5 फीसदी की कमी आई।
स्टील एवं सीमेंट का उत्पादन बढ़ा:
नवंबर महीने में स्टील और सीमेंट दोनों के उत्पादन में इजाफा हुआ है। नवंबर महीने में स्टील का उत्पादन पिछले साल की तुलना में 5.6 फीसदी बढ़ा, जबकि अप्रैल से नवंबर के दौरान पिछले साल की समान अवधि की तुलना में यह 8.2 फीसदी बढ़ा। वहीं सीमेंट का उत्पादन भी नवंबर में पिछले साल नवंबर से 0.5 फीसदी बढ़ा है। साथ ही अप्रैल से नवंबर के दौरान उत्पादन पिछले साल से 4.3 फीसदी बढ़ा है।