कोरबा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में विवाहिता का एक युवक के साथ कथिम प्रेम की सजा के तौर पर मुंडन कराया गया। पुलिस ने मुंडन कराने के आरोपी सरपंच पति और मुंडन करने वाले नाई को गिरफ्तार कर लिया है।
सरगुजा जिले के पुलिस अधीक्षक आरएस नायक ने मंगलवार को बताया कि जिले के कोट ग्राम पंचायत के अंतर्गत मलसाय पारा निवासी एक दंपती व उसके एक माह के नवजात बच्चे का मुंडन कराकर सामाजिक भोज लेने के मामले में सीतापुर थाना की पुलिस ने महिला सरपंच के पति व दो हजार रुपए लेकर मुंडन करने वाले नाई को गिरफ्तार कर लिया है।
नायक ने बताया कि मलसाय पारा निवासी विजय मझवार और उसकी पत्नी ने पुलिस को जानकारी दी है कि लगभग 16 वर्ष पूर्व उनका विवाह हुआ था।
विवाहिता का संबंध एक अन्य युवक से भी था। इस संबंध को लेकर पति और पत्नी के बीच विवाद हुआ तब पत्नी पति को छोड़ युवक के पास चली गई थी तथा बाद में वापस आ गई। लगभग चार माह पूर्व जब पति पत्नी के बीच विवाद हुआ तब गर्भवती पत्नी पति विजय को छोड़कर फिर युवक के पास चली गई थी।
बाद में विजय पत्नी को मनाकर घर वापस ले आया। घर आने के कुछ समय बाद विजय की पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बच्चे के जन्म होने के बाद गांव की महिला सरपंच के पति और मांझी समुदाय के मुखिया कार्तिक राम तथा समाज के अन्य लोगों ने विजय की पत्नी और बच्चे को समाज में वापस लेने के लिए भोज और परंपरा अनुसार मुंडन कराने के लिए दबाव बनाया।
उन्होंने बताया कि कार्तिक राम के दबाव के बाद विजय और पत्नी मुंडन कराने के लिए तैयार हो गए और इस महीने चार तारीख को विजय, उसकी पत्नी और नवजात का मुंडन कर दिया गया।
बाद में विजय ने समाज के लोगों को भोज भी दिया। नायक ने बताया कि घटना के बाद विजय और उसकी पत्नी ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी। शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में कार्तिक राम और मुंडन करने वाले बबलू नाई को गिरफ्तार कर लिया है।