गुरुग्राम। क्रिकेट खिलाड़ी युवराज सिंह का नाम उनकी भाभी अकांक्षा शर्मा द्वारा दायर की गई घरेलू हिंसा से संबंधित शिकायत में आया है। घरेलू हिंसा का यह मामला मुख्य रूप से युवराज के छोटे भाई जोरावर सिंह और उनकी मां शबनम सिंह के खिलाफ दायर किया गया है।
आरोप लगाया गया है कि जोरावर और शबनम ने अकांक्षा को मानसिक और वित्तीय रूप से यातनाएं दीं। यहां एक अदालत ने युवराज और उनके परिवार को नोटिस जारी कर इसका जवाब मामले की पहली सुनवाई की तारीख 21 अक्टूबर को देने को कहा है।
अकांक्षा ने कहा कि उनके ससुराल वालों ने उन पर मां बनने का जोर डाला। इसके साथ ही उन्होंने अपनी शिकायत में युवराज का नाम लेते हुए कहा कि वह एक मूकदर्शक की तरह उनके परिवार वालों को उन्हें परेशान करते हुए देखते थे।
मीडिया रिपोर्टों में अकांक्षा के हवाले बताया कि ऐसा एक दिन भी नहीं होता था, जब वह रोती नहीं थीं। इस मामले की जांच एसडीएम या महिला पुलिस अधिकारी द्वारा की जाएगी, जो अपनी रिपोर्ट को अदालत के सामने पेश करेंगी।
अकांक्षा की वकील स्वाति सिंह ने एक वेबसाइट को दिए बयान में बताया कि अकांक्षा ने युवराज, जोरावर और उनकी मां शबनम के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज की है।
स्वाति ने कहा कि घरेलू हिंसा का मतलब शारीरिक यातना ही नहीं होता है। इसका अर्थ मानसिक और वित्तीय रूप से दी गई यातनाएं भी होती हैं। इसके लिए युवराज को भी जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, क्योंकि वह एक मूकदर्शक की तरह मेरी मुवक्किल पर होते अत्याचारों को देखते रहे।
वकील ने कहा कि जब जोरावर और जोरावर की मां अकांक्षा पर बच्चे के लिए दबाव डाल रहे थे, तो युवराज ने भी उनका साथ दिया। वह भी अकांक्षा पर मां बनने के लिए दबाव डाल रहे थे। वह अपनी मां के साथ मिले हुए थे।