पटना। आतंकवादियों के निशाने पर रहे बिहार के बौद्ध धर्म के अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल बोधगया में हर वर्ष की तरह इस बार भी विश्व शान्ति के लिए होने वाली कालचक्र पूजा की सुरक्षा में आतंकवाद निरोधक दस्ते को तैनात किया जा रहा है।
अपर पुलिस महानिरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि बोधगया में आगामी 3 से 14 जनवरी तक 34वीं कालचक्र पूजा होगी जिसमें तिब्बतियों के धर्मगुरू दलाईलामा भी शामिल होंगे।
दलाई लामा पर हमले की आशंका को देखते हुए, पूजा के दौरान वहां आतंकवाद निरोधक दस्ते की तैनाती की जा रही है। कुमार ने कहा कि कालचक्र पूजा के दौरान पूरे बोधगया की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि एक उच्चस्तरीय बैठक में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई जिसके बाद सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किये गए। बैठक में बौद्ध धर्मगुरुओं और श्रद्धालुओं के रहने और पूजा आयोजन स्थल से लेकर अन्य जगहों पर सुरक्षा की तैयारी पर विस्तार से चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि कालचक्र पूजा को देखते हुए बोधगया में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के लिए राज्य मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस बल उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि रात-दिन मॉनिटरिंग के लिए और आने-जाने वालों पर नज़र रखने के लिए सभी प्रमुख स्थानों और संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए।
बोधगया के चप्पे-चप्पे पर नज़र रखने के लिए ड्रोन कैमरों की भी मदद ली जाएगी। एडीजी ने बताया कि दलाईलामा के प्रवास के दौरान उनके निवास स्थान तिब्बत मंदिर और कालचक्र मैदान की सुरक्षा पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि दलाई लामा चीन की हिट लिस्ट में हैं और 2012 में बोधगया में हुई कालचक्र पूजा के दौरान उनके समीप पहुंचने का प्रयास करने वाले एक चीनी यात्री को हिरासत में लिया गया था।
बोधगया आतंकवादियों के निशाने पर भी रहा है और वहां वर्ष 2013 में इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादियों ने सिरिअल ब्लास्ट भी किया था।