धर्मशाला। तिब्बती धर्मगुरू दलाईलामा सहित निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री ने ताईवान में राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनावों में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली पहली महिला साई इंग-वेन को बधाई दी है।
धर्मगुरू ने एक पत्र के जरिए जाईवान की पहली महिला राष्ट्रपति बनने पर साई इंग-वेन को बधाई देते हुए कहा कि एक महिला की इस ऐतिहासिक जीत के लिए वह उन्हें और वहां की जनता को सैल्यूट करते हैं।
धर्मगुरू ने कहा कि जिस तरह से साई इंग-वेन ने जीत दर्ज कर ताईवान में लोकतंत्र को जिस तरह से मजबूत किया है उससे आने वाले समय में ताईवान में एक बेहतर शासन वहां की जनता को मिलेगा।
दलाईलामा ने कहा कि वर्ष 2009 में उन्होंने अपनी ताईवान यात्रा के दौरान जब साई इंग-वेन से मुलाकात की थी तो उन्हें पता चला कि वह एक ऐसी महिला से मिले हैं जो ताईवान की जनता की तरक्की और उनके सामाजिक व आर्थिक अधिकारों के लिए काम करने में पूरी तरह से समर्पित हैं। धर्मगुरू ने साई इंग-वेन को बतौर राष्ट्रपति आने वाली चुनौतियों के लिए उनकी सफलता की कामना की है।
वहीं निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रधानमंत्री डा. लोबसांग सांग्ये ने भी निर्वासित तिब्बती ससंद और समस्त तिब्बती समुदाय की ओर से साई इंग-वेन को ताइवान का राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी है।
उन्होंने अपने संदेश में कहा कि साई इंग-वेन तिब्बत की सच्ची सहयोगी हैं। डैमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी डीपीपी की ओर से साई इंग-वेन ने ताईवान में राष्ट्रपति चुनावों में जो ऐतिहासिक जीत हासिल की है वह आज की युवा पीढ़ी के लिए एक मिसाल है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि जिस तरह से वह पिछले लंबे समय से तिब्बत के मुद्दे पर अपना सहयोग देती रही हैं भविष्य में भी वह जारी रहेगा।